गुरुग्राम पुलिस की कोशिश इस दीवाली एक परिवार के खुशियां ही खुशियां लेकर आई. गुरुग्राम पुलिस ने 6 साल बाद एक लापता बच्चे को उसके परिवार से मिलवाया है. ये बच्चा 2014 में दिल्ली के वसंत कुंज से लापता हो गया था.
पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा की बच्चों की तलाश के लिए शेल्टर होम्स के रिकॉर्ड खंगालने के दौरान उसे एक ऐसा बच्चा मिला था जो अपने नाम के सिवा कुछ नहीं जानता था. ये बच्चा दीप उद्यान केयर नरसिंहपुर, गुरुग्राम के नाम से स्थित शेल्टर होम में रह रहा था.
पुलिस टीम द्वारा गुमशुदाओं के रिकार्ड के अध्ययन के दौरान इस बच्चे की फोटों से मिलान किया गया तो बच्चे की जानकारी मिल गई. पुलिस ने पाया कि ये बच्चा वसंत कुंज दिल्ली से 06 साल पहले लापता हो गया था. इस बाबत वसंत कुंज थाने में केस भी दर्ज किया गया था.
जानकारी मिलते ही गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली के थाना वसंत कुंज से संपर्क किया और बच्चे के परिजनों तक पहुंचने में कामयाब हो गई.
गुरुग्राम की पुलिस ने बच्चे के परिजनों को उसका फोटो दिखाया और गुरुग्राम बुलाकर उन्हें बच्चे की पहचान कराई तो इस परिवार ने अपने बच्चे को पहचान लिया. बच्चे के पिता घिरोटनी में रहते हैं और मूल रूप से एमपी के रहने वाले हैं.
उन्होंने पुलिस टीम को बतलाया कि उनका बेटा अनुराग 03 वर्ष कि आयु में वसंत कुंज से लापता हो गया था. और वे इसके मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन गुरुग्राम और दिल्ली की पुलिस ने कमाल कर दिया. ये परिवार अपने खोए बेटे को पाकर बेहद खुश है.
वायु सेना के एक अधिकारी पर फायरिंग के मामले में गिरफ्तारी
एक अन्य मामले में गुरुग्राम में ही 21 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी पर ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में क्राइम ब्रांच की पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों को गुरुग्राम के राजीव चौक इलाके से गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के मुताबिक ये पैसों के लेन-देन का मामला है. वायुसेना में अधिकारी दीपक धनखड़ ने अपने कुछ दोस्तों को पैसे दिए थे. ये रकम लगभग 16 लाख रुपये थी, दीपक धनखड़ ने जब इस पैसे की मांग की तो इस पर हमला करवा दिया गया. पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है.
तनसीम हैदर