उत्तर गुजरात के पाटन जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. सरस्वती तहसील के चोरमारपुरा गांव स्थित केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा ने स्कूल में हो रही प्रताड़ना से तंग आकर फिनाइल पीकर आत्महत्या का प्रयास किया.
जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्रा को स्कूल के ही एक छात्र द्वारा लंबे समय से मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा था. दो दिन पहले आरोपी छात्र ने छात्रा के हाथ पर ब्लेड या कटर से दो वार किए और फिर लाइटर से उसकी उंगली जला दी. इस घटना से घबराकर छात्रा ने घर पर फिनाइल पी लिया. परिजनों ने तुरंत उसे पाटन के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
13 वर्षीय छात्रा ने किया खुदकुशी का प्रयास
परिजनों ने स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद स्कूल ने कोई कार्रवाई नहीं की. अभिभावकों का सवाल है कि जब बच्चे स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं तो आखिर वे कहां जाएं.
अभिभावक की शिकायत के आधार पर पाटन पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. डिप्टी एसपी ने बताया कि आरोपी छात्र भी नाबालिग है और उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
मामले पर शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पानसेरिया ने कहा कि यह छात्रों की मानसिकता का सवाल है. सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेम भी इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि केवल सरकारी कार्रवाई से ऐसे मामले नहीं रुकेंगे. अभिभावकों को भी बच्चों के प्रति जिम्मेदारी निभानी होगी.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
ब्रिजेश दोशी