गुजरात में शादी को ठगी का जरिया बनाने वाले एक बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है. मेहसाणा जिले के बेचराजी पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के बाद पुलिस ने इस गिरोह की परतें खोल दी हैं. यह गिरोह अलग-अलग जिलों में युवकों से शादी कर चार दिन बाद गहने और रुपये लेकर गायब हो जाता था. पुलिस ने गिरोह की मुख्य आरोपी चांदनी, उसकी मां सविताबेन, रश्मिका और दलाल राजेश को गिरफ्तार कर लिया है.
मामला तब उजागर हुआ जब बेचराजी के आदीवाड़ा गांव के युवक सचिन पटेल ने पुलिस में शिकायत की। उसने बताया कि अगस्त महीने में उसने अहमदाबाद की चांदनी राठौड़ से पांच लाख रुपये और गहने देकर शादी की थी. शादी के चार दिन बाद चांदनी का कथित जीजा राजू ठक्कर आया और पिता की तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर उसे ले गया. बाद में चांदनी ने फोन बंद कर दिया. जब पीड़ित ने बात करने की कोशिश की तो उससे तलाक के नाम पर पचास हजार रुपये और मांगे गए और उसे झूठे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी गई.
शादी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़
पुलिस जांच में पता चला कि चांदनी ने सिर्फ सचिन ही नहीं, बल्कि गुजरात के कई जिलों में 18 से अधिक युवकों से शादी की थी. वाव, ईडर, पाटन, बावला, राजकोट और मोरबी में भी इसी तरह की ठगी की गई थी.
पुलिस ने गैंग से 52 लाख गहने वसूले
गिरोह शादी से पहले फर्जी आधार कार्ड और स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट दिखाकर अपना असली नाम छुपा लेता था. ठगी का यह नेटवर्क अहमदाबाद के शुभम और जयमाडी मैरिज ब्यूरो की मदद से चलता था. पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने अब तक 52 लाख रुपये और गहने वसूले हैं. मामले में आगे की जांच जारी है और अन्य पीड़ितों के सामने आने की संभावना है.
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