गांव की सड़कों पर शेरनी का आतंक... मवेशी पर किया अटैक, हाइवे पर घूमता दिखा शेर, CCTV में कैद हुई घटना

गुजरात के अमरेली में एक बार फिर शेरों की आमद ने दहशत फैला दी है. खंभा गिर क्षेत्र में बीती रात एक शेरनी ने सड़क पर बैठे मवेशियों पर हमला कर दिया. यह घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई. वहीं, जाफराबाद के पास भावनगर-सोमनाथ नेशनल हाइवे पर एक शेर के सड़क पार करते हुए वीडियो ने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है.

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गांव में शेरनी ने मवेशी पर किया अटैक. (Screengrab) गांव में शेरनी ने मवेशी पर किया अटैक. (Screengrab)

aajtak.in

  • अमरेली,
  • 02 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

गुजरात के अमरेली को शेरों का गढ़ कहा जाता है. यहां का खंभा गिर क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में है. बीती रात खंभा गिर के मोटा बर्मन गांव में एक शेरनी घूमती नजर आई. उसने सड़क पर बैठे दो मवेशियों पर हमला कर दिया. यह घटना गांव में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. बारिश के मौसम में इस शेरनी की हरकतों ने ग्रामीणों में डर का माहौल बना दिया है.

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जानकारी के अनुसार, अमरेली के ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर शेरों की मौजूदगी देखी जाती है, लेकिन अब यह समस्या और गंभीर होती जा रही है. गांव के लोग लगातार वन विभाग से गुहार लगा रहे हैं कि वह शेरों की मूवमेंट पर नियंत्रण करें और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं.

यहां देखें Video

इसी बीच एक अन्य वीडियो सामने आया है, जिसमें एक शेर भावनगर-सोमनाथ नेशनल हाइवे पर सड़क पार करता दिख रहा है. यह हाइवे जाफराबाद के कागवदर गांव के पास से गुजरता है. बारिश के मौसम में जंगलों से बाहर आकर शेर अब सड़कों और बस्तियों तक पहुंच रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ गया है. इस घटना के दौरान हाइवे पर कुछ समय के लिए ट्रैफिक थम गया और वहां मौजूद लोगों ने शेर की मूवमेंट का वीडियो बनाया.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि न तो गांवों में कोई चेतावनी जारी की गई है और न ही शेरों की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए कोई तकनीकी निगरानी सिस्टम लागू है. ऐसे में खतरा बना रहता है. वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के मौसम में शेर अपने प्राकृतिक आवास से बाहर आकर खुले स्थानों और मानव बस्तियों में घुस आते हैं, क्योंकि जंगल में उन्हें शिकार मिलना मुश्किल हो जाता है, लेकिन इस मूवमेंट को रोकने के लिए वन विभाग को जल्द ही कार्ययोजना बनानी होगी.

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रिपोर्ट: फारुख कादरी

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