गुजरात के अहमदाबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने वाहन चोरी के एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 10 चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपियों में से एक अपनी पत्नी की गंभीर किडनी बीमारी के इलाज के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था.
अहमदाबाद पुलिस के जोन-7 एलसीबी (लोकल क्राइम ब्रांच) दस्ते ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने वेजलपुर इलाके से साजिद शेता और अहमद कुरैशी नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, ये आरोपी न केवल अहमदाबाद बल्कि गुजरात के अन्य जिलों और दूसरे राज्यों में भी वाहन चोरी की घटनाओं में शामिल थे.
एलसीबी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग चोरी की दोपहिया गाड़ियों को बेचने की फिराक में घूम रहे हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया. तलाशी के दौरान उनके कब्जे से 10 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गईं, जिनकी कुल कीमत करीब 5.20 लाख रुपये बताई जा रही है.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अहमदाबाद के अलावा राजकोट, मोरबी और मुंबई जैसे शहरों से भी वाहन चोरी किए थे. आरोपी नकली चाबियों का इस्तेमाल करते थे या फिर वाहन के तारों को जोड़कर मोटरसाइकिल को स्टार्ट कर लेते थे. चोरी के बाद वे इन वाहनों को बेचने की योजना बना रहे थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के दौरान साजिद अहमद ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित है और इलाज में भारी खर्च आ रहा था. इसी आर्थिक तंगी के चलते उसने वाहन चोरी करने का रास्ता अपनाया. हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी परिस्थिति में अपराध को जायज नहीं ठहराया जा सकता. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोग तो नहीं हैं और चोरी के वाहनों को किन-किन स्थानों पर बेचा जाना था.
ब्रिजेश दोशी