अमेरिकी दंपति चेस और लुईस लम्बे वक्त से बच्चा गोद लेना चाहते थे, उन्होंने इन्डियन वेब साइट के जरिए एक साल पहले इसके लिए फॉर्म भी भरा था. अब उस कपल के लिए वो खास दिन आ गया है. वे बच्ची को गोद लेने के लिए गुजरात के कच्छ पहुंच गए हैं.
गुजरात में जन्मी, अमेरिका में होगी परवरिश
जिस बच्ची को गोद लिया जा रहा है, वो असल में दो साल पहले लावारिस मिली थी. बताया गया है कि दो साल पहले कच्छ के अंजार तहसील के एक गांव से बच्ची लावारिस हालत में मिली थी. उसके बाद उसे जी.के.जनरल अस्पताल में भर्ती किया गया था, वहां पर कुछ समय उसका ट्रीटमेंट चला और जब वो पूरी तरह स्वस्थ हो गई तब उसे महिला कल्याण केन्द्र को सौंप दिया था. वहां पर उसका लंबे समय तक ध्यान रखा गया और उसकी सभी जरूरतों को पूरा किया गया. अब दो साल उस बच्ची को अपने विदेशी माता-पिता मिलने जा रहे हैं. अब वो चेस और लुईस की बेटी के तौर पर जानी जाएगी.
कोविड की वजह से ये अमेरिकन दंपति बच्ची को लंबे समय तक लेने के लिए नहीं आ पाया था, लेकिन जैसे ही फ्लाइट्स का संचालन शुरू हुआ और भारत में कोरोना के केस भी कम हुए, इस कपल ने बिना देर किए हिंदुस्तान का टिकट कटवाया और अब वे अपनी बेटी को गोद लेने के लिए तैयार हैं.
कौन है ये विदेशी कपल?
USA की लाइफलाइन एजेंसी के जरिए बच्ची को गोद लेने की सारी कानूनी प्रकिया पूरी कर ली गई है. इसके बाद ही भारत और अमेरिकी सरकार और कच्छ जिल्ला प्रशासन के जरिए बच्ची को गोद देने का फैसला किया गया है. गोद लेने वाले चेस हॉकिन्स की बात करें तो वे एक पादरी हैं, वहीं उनकी पत्नी लुईस हॉकिन्स एक फोटोग्राफर हैं. बच्ची को फिलहाल उनके गोद लेने वाले माता पिता को सौंप दिया गया है. कहा जा रहा है कि ये कपल जल्द ही दोबारा अमेरिका का रुख कर सकता है और वहीं पर बेटी की परवरिश करेगा.
गोपी घांघर