देश-विदेश में 'कच्छ की कोयल' के नाम से मशहूर गुजरात के टप्पर गांव की लोक गायिका गीता रबारी एक बार फिर विवाद में आ गई हैं. लोक गायिका गीता रबारी ने शनिवार को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लोगों से शेयर किया कि उन्होंने अपने घर पर ही कोरोना से बचने के लिए टीका लिया है, इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीनेशन की एक फोटो भी अपलोड की.
लेकिन जल्द ही इस मामले पर विवाद शुरू हो गया. जब लोगों ने देखा कि वैक्सीन केंद्र पर लगने की बजाय उनके घर पर लगाई गई है, तो लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे. इस मामले पर विवाद खड़ा होता देख गीता रबारी ने अपनी पोस्ट तुरंत डिलीट कर दी.
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लेकिन तब तक ये पूरा मामला इतना फैल चुका था कि इस मामले पर DDO ने संज्ञान लेते हुए तत्काल कार्रवाई की है और जिला हेल्थ ऑफिसर (CDHO) को पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया है.
इस मामले को लेकर CDHO ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. ड्यूटी पर मौजूद व्यक्ति को भी एक नोटिस भेजा गया है कि आखिरकार क्यों गीता रबारी का घर पर वैक्सीनीशन किया गया? और किसके आदेश से उनका टीकाकारण उनके घर पर हुआ?
अब लोगों में इस बात को लेकर जिज्ञासा है कि क्या केवल स्वास्थ्यकर्मियों पर ही कार्रवाई होकर रह जाएगी या गीता रबारी पर भी कोई कार्रवाई की जाएगी. एक और गुजरात के लोग टीके के लिए ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर पा रहे हैं. निकटतम टीकाकरण केंद्र पर स्लॉट उपलब्ध नहीं हैं और दूर-दराज के वेक्सीन केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ता है. घंटो तक लाइनों में खड़ा रहकर अपने टीकाकरण का इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर सेलिब्रिटीज के घर पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. स्वाभाविक है जनता में आक्रोश उभरेगा ही. (रिपोर्ट- कौशिक कांठेचा)
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