मांझे से कटी गर्दन, घायल के लिए फरिश्ता बना पुलिसकर्मी, सूझबूझ से ऐसे बचाई जान

अहमदाबाद में पतंग के मांजे से घायल युवक के लिए पुलिसकर्मी देवदूत बन गया. 108 एम्बुलेंस का इंतजार किए बिना पुलिसकर्मी ने युवक को मोटरसाइकिल पर बैठाकर अस्पताल पहुंचाया. समय पर इलाज मिलने से युवक की जान बच गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग पुलिसकर्मी की जमकर सराहना कर रहे हैं.

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मांजे से कटी गर्दन, घायल के लिए फरिश्ता बना पुलिसकर्मी (Photo: itg) मांजे से कटी गर्दन, घायल के लिए फरिश्ता बना पुलिसकर्मी (Photo: itg)

अतुल तिवारी

  • अहमदाबाद,
  • 24 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

गुजरात के अहमदाबाद में मानवता की एक मिसाल सामने आई है, जहां पतंग के मांजे से गंभीर रूप से घायल एक युवक के लिए पुलिसकर्मी देवदूत बनकर सामने आया. एम्बुलेंस का इंतजार करने के बजाय पुलिसकर्मी ने घायल युवक को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर समय रहते अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच सकी. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग पुलिसकर्मी की जमकर सराहना कर रहे हैं.

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घटना 22 दिसंबर की बताई जा रही है. अहमदाबाद के मेमको ब्रिज इलाके से एक युवक मोटरसाइकिल से गुजर रहा था, तभी अचानक पतंग का मांझा उसके गले में फंस गया. मांजा लगने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके गले से खून बहने लगा. सड़क पर अचानक हुई इस घटना से आसपास मौजूद लोग घबरा गए. इसी दौरान वहां तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की नजर घायल युवक पर पड़ी.

स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पुलिसकर्मी ने बिना समय गंवाए तत्काल फैसला लिया. उन्होंने 108 एम्बुलेंस के आने का इंतजार नहीं किया, बल्कि घायल युवक को अपनी मोटरसाइकिल के पीछे बैठाया और पास के आनंद सर्जिकल अस्पताल की ओर रवाना हो गए. ट्रैफिक के बीच से रास्ता बनाते हुए पुलिसकर्मी ने युवक को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी मोटरसाइकिल चलाते हुए घायल युवक को संभाल रहे हैं. युवक एक हाथ से अपनी गर्दन पकड़े हुए है, जबकि पुलिसकर्मी तेजी लेकिन सावधानी से उसे अस्पताल ले जा रहे हैं. समय पर इलाज मिलने के कारण युवक की जान बच गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि युवक के गले में गंभीर चोट आई थी और इलाज के दौरान करीब 20 टांके लगाने पड़े.

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डॉक्टरों के अनुसार, अगर कुछ मिनटों की भी देरी हो जाती तो युवक की हालत और गंभीर हो सकती थी. ऐसे में पुलिसकर्मी का त्वरित निर्णय जीवनरक्षक साबित हुआ. घटना के बाद युवक और उसके परिजनों ने पुलिसकर्मी का आभार जताया है.

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