दिल्ली ब्लास्ट की पूरी साजिश में डॉक्टरों का नेटवर्क आतंकवाद से जुड़ा था और फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी इस मामले में प्रमुख भूमिका भी सामने आई है. जांच में कई डॉक्टर और छात्र गिरफ्तार किए गए हैं, जिनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद से है. यूनिवर्सिटी में ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई कार भी मिली है, जो कई दिन तक परिसर में खड़ी थी।.