हैदराबाद में मासूम बच्चे को आवारा कुत्तों के जान लेने की घटना के बाद दिल्ली शहर से दिल दहलाने वाली खबर आई है. पॉश इलाके वसंत कुंज के सिंधी कैंप में आवारा कुत्तों ने कहर बरपाते हुए 2 दिनों में दो मासूमों को नोच डाला. मरने वाले बच्चे एक ही परिवार के हैं. घटना के सामने आने के बाद से एमसीडी ने इन कुत्तों को पकड़ना शुरू कर दिया है.
5 साल का आदित्य मारा गया
बताया गया कि 5 साल का आदित्य झुग्गी के बाहर आया ही था कि कुत्तों का झुंड उस पर टूट पड़ा, घबराया हुआ आदित्य जमीन पर गिर गया. आवारा कुत्तों ने उसे बुरी तरह से नोच डाला, बाद में इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई.
7 साल के आनंद ने गंवाई जान
इससे पहले 10 मार्च को 7 साल के आनंद पर आवारा कुत्तों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. फॉरेस्ट लैंड पर कुछ गरीब परिवार झुग्गी बनाकर रहते हैं. इस इलाके को सिंधी कैंप कहा जाता है. पुलिस की जांच में पता चला है कि घटना में जिन दो बच्चों की जान गई है वह एक ही परिवार के थे.
घटना के बाद एमसीडी का एक्शन
घटना के बाद एक्शन में आई दिल्ली नगर निगम (MCD) ने वसंत कुंज के सिंधी कैंप और उसके आसपास के इलाके से करीब 20 आवारा कुत्तों को पकड़ा है.
एमसीडी ने इन आवारा कुत्तों का जांच के कराने के बाद स्टरलाइज कराया.साथ ही इन कुत्तों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. देखा जा रहा है कि कहीं कोई कुत्ता पागल तो नहीं हो गया रहा है.
पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी ऐप 311 में डॉग स्टरलाइजेशन मॉड्यूल को शुरू करने से डॉग स्टेरेलाइजेशन संबंधी पूरा आंकड़ा ऑनलाइन है.
उन्होंने कहा कि कई बार हमें शिकायत मिलती है कि हमारी फील्ड टीमों द्वारा कुछ पड़ोस से आवारा कुत्तों को उठाया जा रहा है, लेकिन न्यूटियरिंग सर्जरी के बाद उसी इलाके में वापस नहीं छोड़ा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम इस मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से आवारा कुत्तों की नसबंदी की निगरानी करेगा साथ ही यह सुनिश्चित करेगा कि सर्जरी के बाद जानवरों को उसी जगह छोड़ा जाए जहां से इन्हें उठाया गया है.
एमसीडी 311 ऐप पर ऑनलाइन होगा सारा अपडेट
इस प्रकार की शिकायतों का निपटान करने में यह डॉग स्टरलाइजेशन मॉड्यूल विशेष रूप से सहायक होगा. इस माड्यूल के तहत कुत्ते के पिकअप से लेकर उसके स्टरलाइजेशन की सभी प्रक्रिया को तारीख सहित तस्वीरों के साथ एमसीडी 311 ऐप पर ऑनलाइन अपडेट किया जायेगा.
डॉग स्टरलाइजेशन मॉड्यूल के अंतर्गत एमसीडी 311 ऐप में कुत्ते की नसबंदी केंद्र पर लेकर जाने, सर्जरी की तारीख और उसके बाद कुत्ते को वापस उसी क्षेत्र में छोड़ना जहां से उसे उठाया गया. इससे संबंधी पूरा ब्योरा तस्वीरों के साथ ऑनलाइन अपडेट किया जायेगा.
(इनपुट - राकेश सोनी, अमरदीप कुमार)
राम किंकर सिंह / अरविंद ओझा