पेगासस जासूसी मामले (Pegasus Spyware Case) में स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) बुधवार को अपना फैसला सुनाएगा. मामले की सुनवाई बुधवार सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी.
दरअसल, चीफ जस्टिस एनवी रमण, न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने 13 सितंबर को मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि वह केवल यह जानना चाहती है कि क्या केन्द्र ने नागरिकों की कथित जासूसी के लिए अवैध तरीके से पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग किया या नहीं?
13 सितंबर को फैसला सुरक्षित करने के बाद पेगासस मामले पर ही 23 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वो मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन करेगा. इसलिए उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में गहन छानबीन के लिए एक्सपर्ट कमेटी बना सकता है.
चीफ जस्टिस एनवी रमण ने 23 सितंबर को एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान ये भी कहा था कि इस मामले में अगले हफ्ते आदेश जारी होगा. तब CJI ने कहा था, 'हम इसी हफ्ते आदेश जारी करना चाहते थे. एक्सपर्ट कमेटी बना रहे हैं. लेकिन एक सदस्य ने निजी कारणों से शामिल होने से इनकार कर दिया है. इसलिए मामले में देरी हो रही है.'
केंद्र सरकार ने हलफनामा दाखिल करने से किया था इनकार
वहीं, केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए मामले पर विस्तृत हलफनामा दाखिल करने से इनकार कर दिया था. ये याचिकाएं इज़राइल के ‘स्पाइवेयर पेगासस’ के जरिए सरकारी संस्थानाओं द्वारा कथित तौर पर नागरिकों, राजनेताओं और पत्रकारों की जासूसी कराए जाने की रिपोर्ट की स्वतंत्र जांच के अनुरोध से जुड़ी हैं.
संजय शर्मा