दिल्ली के वसंत कुंज के सिंधी कैंप में रहे रहे एक ही परिवार को दो बच्चों को अवारा कुत्तों ने नोच डाला. इसके बाद से खौफ का माहौल पसरा हुआ है. लोग दिन-रात पहरा दे रहे हैं, जहां से आवारा कुत्ते आकर कैंप में रहने वाले बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं. फिलहाल, इस दर्दनाक हादसे के बाद MCD की नींद टूटी है.
वसंत कुंज इलाके में बनी झुग्गियों में MCD की कई गाड़ियां पहुंची हैं. साथ ही कुत्तों को पकड़ने वाले एक्सपर्ट भी मौजूद हैं. अब तक 27 आवारा कुत्तों को पकड़ा गया है. इसमें एमसीडी की कुत्तों को पकड़ने वाली टीम और दिल्ली पुलिस देर शाम इलाके में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चला रही है.
कुत्तों के काटने और नोचने की वजह से हुई दोनों बच्चों की मौत
वहीं, दूसरी तरफ परिवार को यकीन नहीं हो रहा है कि तीन दिनों में उनके घर के दो बच्चों की जान चली गई है. हालांकि, अभी शुरुआती तौर पर पुलिस और आसपास के लोगों के द्वारा यह बताया जा रहा है कि कुत्तों के काटने और नोचने की वजह से इन दोनों बच्चों की मौत हुई है. मगर, अभी भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिरकार बच्चों की मौत किस वजह और किस परिस्थितियों में हुई है. बता दें कि परिवार के दो बच्चों की मौत अलग-अलग तारीख पर हुई है. मगर मौत उसी जंगल में हुई है, जिस जंगल में बच्चे हमेशा शौचालय के लिए जाते थे. इस घटना के बाद से परिवार सदमे में हैं.
पहले बच्चे की मौत 10 मार्च और दूसरे बच्चे की मौत 12 मार्च को हुई
दरअसल, पहली घटना 10 मार्च को हुई थी, जिसमें सात साल के मासूम आनंद की मौत आवारा कुत्तों के काटने की वजह से हुई थी. वहीं, दूसरी वारदात 12 मार्च की है, जब पांच साल का मासूम आदित्य अपने झुग्गी के बाहर शौच करने के लिए गया था.
मामले में बीजेपी नेताओं का कहना है कि एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत बेहद ही दुखद घटना है. दिल्ली एमसीडी (MCD) में 15 साल से बीजेपी की सरकार थी. मगर, इस दौरान ऐसी कोई दुखद घटना नहीं घटी. वहीं, तीन महिने में ही आम आदमी पार्टी की सरकार ने किसी भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. यह सरकार सिर्फ अपने मंत्री बनाने में लगें हैं. इनको जनता का थोड़ा भी खयाल नहीं है.
(रिपोर्ट- राकेश सोनी)
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