हाल ही में साउथ दिल्ली में दिल्ली पुलिस के द्वारा ज़ब्त किए गए करीब 500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को लेकर साकेत कोर्ट ने क्राइम ब्रांच के जांच अधिकारी से स्टेटस रिपोर्ट मांगी. कोर्ट ने सोमवार तक दिल्ली पुलिस को रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं.
साकेत कोर्ट ने ये निर्देश दिल्ली बार काउंसिल की अर्जी पर दी है. इस अर्जी में साकेत कोर्ट में वकीलों को ऑक्सीजन मुहैया कराने के लिए एक अर्जी लगाई है, जिसमें कहा गया है कि ज़ब्त किए गए 500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 50 बार काउंसिल को मुहैया कराया जाए. जिससे वो कोरोना से संक्रमित उन वकीलों को ऑक्सीजन पहुंचा सके जो फिलहाल घर में ही हैं
इस याचिका में कहा गया है कि कोर्ट के पास यह पावर है कि वह पुलिस के द्वारा सीज किए गए किसी भी सामान को रिलीज करने के आदेश दे सकती है. आज की स्थिति में अगर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यूं ही माल खाने में पड़े रहेंगे तो किसी समय में नहीं आ पाएंगे, जबकि लोगों की जान बचाने के लिए इनका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है.
याचिका लगाने वाले वकील और बार काउंसिल दिल्ली के सदस्य राकेश सहरावत ने आजतक से बात करते हुए बताया कि दिल्ली बार काउंसिल ढाई हजार से ऊपर वकीलों की मदद करना चाहती है जो फिलहाल करोना से ग्रसित हैं और अभी अस्पतालों में बेड ना मिलने के कारण अपने घरों में ही आइसोलेट हैं. लेकिन इन सभी को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है.
उन्होंने बताया कि एक गेस्ट हाउस में 50 बेड की व्यवस्था भी की गई है और ऐसे में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिलने पर कोरोना से संक्रमित वकीलों को यहां भर्ती किया जा सकेगा. दिल्ली बार काउंसिल Statutory body है लिहाजा इस वक्त वकीलों के वेलफेयर के लिए काम करना उसकी पहली प्राथमिकता है.
हाल ही में लोधी रोड पुलिस के द्वारा बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जब्त किए गए हैं. ऐसे में फिलहाल उन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को कहीं वितरित किया गया है या नहीं सोमवार को दिल्ली पुलिस की तरफ से दाखिल होने वाली स्टेटस रिपोर्ट से यह साफ हो जाएगा.
दिल्ली में ऑक्सीजन की लगातार कमी के कारण अस्पतालों तक में मरीजों को पूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है. ऐसे में अगर कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली बार काउंसिल की अर्जी पर अगर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उन्हें मिलते हैं तो इससे बड़ी संख्या में संक्रमित वकीलों को कोरोना के इस वक्त में राहत मिल सकती है.
पूनम शर्मा