महबूबा के तिरंगा पर दिए बयान के खिलाफ दिल्ली HC में याचिका, FIR की मांग

याचिका में मांग की गई है कि हाई कोर्ट दिल्ली पुलिस को निर्देश दे कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नेशनल ऑनर एक्ट और धारा 121, 153, 153A, 295, 298, 504, 505 के तहत FIR दर्ज करें. दिल्ली हाईकोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई कर सकता है. महबूबा के इस बयान पर जमकर बवाल मचा था.

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती

पूनम शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:22 PM IST
  • तिरंगे को लेकर महबूबा मुफ्ती ने दिया था विवादित बयान
  • महबूबा मुफ्ती के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर

तिरंगा न उठाने जैसा विवादित बयान देने वाली जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. वकील विनीत जिंदल ने याचिका में कहा कि महबूबा मुफ्ती का बयान राष्ट्रध्वज का अपमान करने वाला है. याचिका में मांग की गई है कि हाई कोर्ट दिल्ली पुलिस को निर्देश दे कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नेशनल ऑनर एक्ट और धारा 121, 153, 153A, 295, 298, 504, 505 के तहत FIR दर्ज करें. दिल्ली हाईकोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई कर सकता है. महबूबा के इस बयान पर जमकर बवाल मचा था.

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यह था महबूबा का बयान

दरअसल अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में महबूबा मुफ्ती ने तिरंगे को लेकर विवादित बयान दिया था. इसमें उन्होंने कहा था, 'हम अनुच्छेद 370 वापस लेकर रहेंगे. जब तक ऐसा नहीं हो जाता, मैं कोई भी चुनाव नहीं लड़ूंगी. जिस वक्त हमारा ये झंडा (कश्मीर का झंडा) वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे. मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे. वो झंडा हमारे आईने का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है. उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है.'

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मचा था सियासी बवाल

इसके बाद कुछ युवाओं ने पीडीपी दफ्तर पर तिरंगा फहराया था और पीडीपी के 3 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया था. महबूबा के बयान से खफा होकर जम्मू क्षेत्र के नेता वेद महाजन, टीएस बाजवा और हुसैन अली वफा ने पीडीपी से इस्तीफा दे दिया था. इन तीनों ने तिरंगा को लेकर महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने महबूबा के बयान की निंदा करते हुए किनारा कर लिया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता देवेंद्र सिंह राणा ने कहा था कि पार्टी नेताओं के लिए राष्ट्र की एकता और संप्रभुता सर्वोपरि है. हम राष्ट्र की संप्रभुता और एकता से समझौता नहीं करेंगे.

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'परिवार राज खत्म होने से कुछ लोग परेशान'

इसके अलावा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी महबूबा मुफ्ती के बयान पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में परिवार राज और भ्रष्टाचार खत्म होने से कुछ लोग बेहद परेशान हो गए हैं. इसी परेशानी में वो अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं. जम्मू कश्मीर के एक नेता बोलते हैं कि हम चीन के समर्थन से जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 लाएंगे. दूसरा नेता बोलता है कि हम भारत का तिरंगा झंडा नहीं फहराएंगे. यह लोग पूरी तरह से असंतुलित हो गए हैं. 

उन्होंने कहा था कि ये वे लोग हैं जो कश्मीर में शासन नहीं राज करते थे. प्रदेश को मिलने वाले लाखों-करोड़ों रुपये जनता को मिला ही नहीं. इसी वजह से प्रदेश का विकास नहीं हुआ. सिर्फ भ्रष्टाचार चलता रहा. इसी वजह से ये लोग अब परेशान हो रहे हैं.  


 

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