दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले (North East Delhi) के पाताललोक (Patallok) में नाबालिग गैंग की दहशत है. भजनपुरा (Bhajanpura) इलाके के सुभाष मोहल्ला में हाल ही में गैंगवार के चलते एक लड़के के पेट में गोली मार दी गई. बताया जा रहा है कि इस इलाके में पिछले कई सालों से नाबालिग गैंग एक्टिव है. आशंका जताई जा रही है कि नाबालिग गैंगस्टरों ने आपसी रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया है.
फिलहाल गैंगवार की इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. वहीं इसमें घायल समीर को जग प्रवेश चंद अस्पताल ने गुरु तेगबहादुर अस्पताल में रेफर कर दिया है. बता दें कि ये वही सुभाष मोहल्ला है, जहां माया नाम के नाबालिगों के गैंग ने आतंक मचाया हुआ है.
बॉलीबुड मूवी 'शूटआउट एट लोखंडवाला' से प्रेरित हुआ समीर उर्फ माया ने नशा और जल्द पैसे कमाने के लिए अपनी इंस्टाग्राम पर king_maya_302 आईडी का एक अकाउंट भी बना रखा है, जिसके करीब 2000 लोग फॉलोअर्स भी हैं.
सोशल मीडिया पर एक्टिव है माया
माया अकसर एक से एक हथियारों के साथ अपनी फोटो और वीडियो अपलोड करता है. हालांकि अब माया बालिग हो चुका है, वो बीते साल ही 18 साल का हुआ है. इससे पहले वो चार हत्याओं को भी अंजाम दे चुका है. जब 18 साल पूरे किए तभी माया ने अपनी गैंग के साथी की बर्थडे पार्टी से लौटते समय दो लोगों को गोली मार दी थी.
वर्चस्व जमाने के लिए दो लोगों को मारी थी गोली
दरअसल उनकी कार से हल्की बाइक हिट हो गई थी, जिसके बाद मामा-भांजे को बहुत नजदीक से सिर में गोली मार दी, जिसमें हरप्रीत नाम के शख्स की मौत हो गई थी. माया ने इस वारदात को इसलिए अंजाम दिया था ताकि इलाके में वर्चस्व कायम किया जा सके.
फिलहाल जेल में है माया
फिलहाल माया जेल में है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुभाष मोहल्ले के रहने वाले अत्तू से माया का विवाद चल रहा है. हालांकि अत्तू भी हत्या के एक मामले में जेल में बंद है. आशंका जताई जा यही है कि देर रात माया गैंग के नाबालिग गुर्गे ने अत्तू गैंग के लड़के पर गोली चला दी, जिसमें समीर को पेट में गोली लगी है.
वहीं बताया यह भी जा रहा है कि जिसने गोली मारी है, उसके दो बड़े भाई हत्या के मामले में पहले से जेल में बंद हैं और देर रात पीड़ित समीर पर भी जबरन बसूली के और गैरकानूनी तरीके से हत्यार रखने के आपराधिक मामले भी दर्ज हुए हैं.
पुलिस ने क्या बताया?
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीएसपी जॉय टिर्की का कहना है कि जिले में नाबालिग गैंग बहुत तेजी से एक्टिव हो रहे हैं. पुलिस बार-बार इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है, लेकिन कम उम्र होने का फायदा उठाकर ये नाबालिग आराम से बाल सुधार गृह से बाहर आ जाते हैं उसके बाद फिर से अपराध करना शुरू कर देते हैं.
इसरार अहमद