दिल्ली सरकार के लगभग सभी अस्पतालों के नर्सिंग स्टाफ सुबह 9 बजे से 11 बजे तक सांकेतिक हड़ताल करेंगे. इस दौरान वह अस्पताल की सेवाओं से अलग रहकर एडमिन ब्लॉक के सामने खड़े होकर प्रदर्शन करेंगे. यह हड़ताल दिल्ली नर्सेज फेडरेशन की तरफ से बुलाई गई है.
इनकी मुख्य मांगो में 17 साल से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे नर्सेज को रेगुलर करने, वैकेंसी भरे जाने और 2017 जनवरी से लंबित क्वालिफिकेशन पे को रिलीज करने की बात है. इसके अलावा इसमें कहा गया है कि नर्सेस कैडर के सभी लंबित प्रमोशन तुरंत कराए जाएं, नए पद सृजित कर रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती हो, 1 जनवरी 2016 से लंबित क्वालिफिकेशन पे को तुरंत रिलीज किया जाए और रिक्रूटमेंट रूलस को भी रिव्यू किया जाए.
बताते चलें कि फेडरेशन ने 18 अक्टूबर को दिल्ली सचिवालय के सामने भी धरना दिया था. गौरतलब है कि इससे पहले साल 2020 के अंत में भी नर्सेज की एक बड़ी हड़ताल हुई थी. तब देश के सबसे बड़े अस्पताल दिल्ली स्थित AIIMS में 5000 नर्सें हड़ताल पर चली गई थी. हड़ताली नर्सों में महिला और पुरुष दोनों शामिल थे. इससे अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई थी. उस समय कोरोना काल में नर्सों के हड़ताल ने परेशानी और बढ़ा दी थी. मरीज परेशान हो रहे थे और कई वार्ड में मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं था. हालांकि ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में ज्यादा असर नहीं पड़ा था.
राम किंकर सिंह