Demand for plasma increase in Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच अचानक प्लाज़्मा की डिमांड भी बढ़ गई है. साथ ही, प्लाज़्मा दान करने वालों की संख्या में भी कमी दर्ज की जा रही है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना महामारी को मात दे चुके लोगों से प्लाज़्मा दान (Plasma Donate) करने की अपील की है.
सत्येंद्र जैन ने बताया कि पिछले 3-4 महीने में कोरोना मामले कम दर्ज हो रहे थे, इस बीच प्लाज़्मा दान करने वाले योग्य लोगों की कमी आई है. पिछले 25 दिनों में अचानक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि इससे पहले कोरोना के मरीज़ बेहद कम थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से ठीक होने वाला शख्स कम से कम 15 दिन बाद ही प्लाज़्मा दान कर सकता है. उन्होंने कहा, मैं कोरोना से ठीक होने वाले लोगों से अपील करूंगा कि प्लाज़्मा ज़रूर दान करें.
साल 2020 में साउथ दिल्ली के ILBS अस्पताल और सेंट्रल दिल्ली के LNJP अस्पताल में प्लाज़्मा बैंक बनाया गया था. इन दोनों ही अस्पतालों में प्लाज़्मा दान करने की व्यवस्था भी है. डॉक्टर्स का कहना है कि कोई भी कोरोना मरीज़ ठीक होने के 15 दिन बाद से अगले 3 महीने तक प्लाज़्मा दान कर सकता है.
दरअसल, जनवरी के बाद कोरोना के मामलों में गिरावट दर्ज होना शुरू हुई थी, फरवरी के महीने में भी हालात सामान्य रहे लेकिन एक बार फिर मार्च के महीने कोरोना ने रफ़्तार पकड़ी तो प्लाज़्मा की डिमांड भी जोर पकड़ने लगी है. एक तरफ जहां फरवरी के महीने में प्लाज़्मा की डिमांड कम थी तो मार्च के महीने डिमांड कई गुना बढ़ गई है.
बता दें कि दिल्ली में रविवार को 4 दिसंबर के बाद पहली बार कोरोना के मामले 4 हजार से अधिक दर्ज हुए हैं. दिल्ली में रविवार को कोरोना से 21 मरीज़ों की मौत भी हुई है, ये आंकड़ा 1 जनवरी के बाद से सबसे अधिक है. वहीं, दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मरीज़ों का आंकड़ा 14 हजार के करीब पहुंच गया है. दिल्ली में रिकवरी रेट में गिरावट दर्ज हो रही है तो वहीं, पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 4.64% हो गया है.
पंकज जैन