देश में एक बार फिर बड़े किसान आंदोलन की सुगबुगाहट के चलते 13 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने टिकरी, सिंघू और गाज़ीपुर सीमाओं को कंक्रीट और लोहे की कीलों के बहुस्तरीय बैरिकेड्स के साथ सील कर दिया था. लेकिन यात्रियों के लिए आसान आवाजाही फिर से शुरू करने के लिए सीमेंटेड ब्लॉक और बैरिकेड्स को हटाना शुरू कर दिया है.
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को गाज़ीपुर सीमा पर बैरिकेड्स को हटाना शुरू कर दिया क्योंकि किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर अपना मार्च रोक दिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "यातायात के बेहतर बनाने के लिए, हमने गाज़ीपुर सीमा से सीमेंटेड बैरिकेड्स को हटाने का निर्णय लिया है. बैरिकेड्स को हटाने की प्रक्रिया में एक या दो दिन लग सकते हैं." हालांकि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती से चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जाएगी यानी बल की तैनाती पहले की तरह ही रहेगी.
सिंघू और टिकरी बॉर्डर का ये हिस्सा खुला
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने 25 फरवरी को यात्रियों के लिए टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर सीमेंट के बैरिकेड्स हटा दिए थे. अधिकारी ने कहा, "अन्य दो सीमाओं - सिंघू और टिकरी पर भी यात्रियों को छूट दी गई है. सिंघू में दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले फ्लाईओवर की साइड लेन पर लगाए गए कंक्रीट बैरिकेड हटा दिए गए हैं हालाँकि, फ्लाईओवर पर बैरिकेड्स अभी भी लगे हुए हैं.
नजर बनाए हुए है पुलिस
कंक्रीट बैरिकेड्स हटाने के साथ टिकरी बॉर्डर का ज्यादातर हिस्सा खोल दिया गया है लेकिन लोहे के बैरिकेड्स अभी भी सड़क किनारे लगे हुए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय पुलिस अभी भी सीमाओं पर नजर रखे हुए है.
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने पिछले महीने 'दिल्ली चलो' मार्च बुलाया था, जिसके बाद पंजाब-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों और हरियाणा पुलिस के जवानों के बीच झड़प हो गई थी. कुछ यात्रियों ने कहा कि इन बैरियरों के खुलने से ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी और लोग समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
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