दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो एक बार फिर से ट्रैक पर वापस लौट आई है. कोरोना के कारण करीब छह महीने बाद मेट्रो का परिचालन केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का अनुपालन कराते हुए सोमवार को शुरू हो गया. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने नियमों का पालन कराने के लिए पुख्ता तैयारी की है, जो मेट्रो के ट्रैक पर फर्राटा भरने के साथ नजर भी आई.
स्मार्ट कार्ड का उपयोग करने वालों को ही मेट्रो स्टेशन में प्रवेश मिला. सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ध्यान में रखते हुए मार्किंग भी की गई है. साथ ही सैनिटाइजेशन पर भी जोर दिया जा रहा है. हालांकि, मेट्रो ट्रेन के परिचालन का पहला दिन होने के कारण अधिक भीड़ नजर नहीं आई. आजतक ने मेट्रो में सफर कर रहे यात्रियों से बात कर उनके अनुभव जानने की कोशिश की.
मेट्रो से सफर करने वाले मुसाफिर शोएब का कहना था कि मेट्रो से यात्रा कर राहत महसूस हो रही है. रोजाना ऑटो से सफर करते थे. इसके कारण जेब पर भी असर पड़ रहा था. वहीं, एक अन्य यात्री सरीन ने मेट्रो से सफर को काफी सुरक्षित बताया. उन्होंने कहा कि इससे टाइम तो बचता ही है, यह सुरक्षित भी है. खासकर लड़कियों के लिए.
सरीन ने कहा कि अगर हम गाइडलाइंस का पालन करें तो कोरोना से बचाव के लिहाज से भी मेट्रो ट्रेन में सफर राहत भरा है. इस संबंध में दिल्ली मेट्रो ऑपरेशन के डायरेक्टर एके गर्ग के मुताबिक डीएमआरसी की तरफ से सैनिटाइजेशन के पूरे इंतजाम किए गए हैं और जो पैसेंजर मेट्रो में यात्रा कर रहे हैं, वे भी पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं.
एके गर्ग ने साथ ही यह भी कहा कि जहां भीड़ होने की उम्मीद है, वहां पर डीएमआरसी ने ज्यादा स्टाफ की तैनाती की है. दिल्ली मेट्रो में सफर के लिए स्मार्ट कार्ड का ही प्रयोग होगा और मेट्रो के पास पर्याप्त स्मार्ट कार्ड की व्यवस्था भी है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए टोकन का इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया गया है.
वहीं, जॉइंट पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक अतुल कटारिया के मुताबिक दिल्ली पुलिस की तरफ से भी मास्क ओर सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की गई है. लोग सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा काम लोगों को जागरूक करना है. जॉइंट सीपी ने साथ ही यह भी स्वीकार किया कि जब मेट्रो सेवा पूरी तरह से बहाल होगी, तब कोरोना की गाइडलाइंस का अनुपालन कराने में ज्यादा दिक्कतें आएंगी.
सुशांत मेहरा