दिल्ली सरकार ने गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में 24 नवंबर यानी शुक्रवार को ड्राई-डे की घोषणा की है. सिख धर्म के विकास और स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नौवें सिख गुरु के शहीदी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को शहर में शराब की सभी दुकानें, बार और पब बंद रहेंगे.
इसके साथ ही 27 नवंबर यानी गुरु नानक जयंती के दिन भी दिल्ली में शराब की बिक्री पर रोक रहेगी. हालांकि दिल्ली एक्साइज डिपार्टमेंट के नए आदेश के अनुसार क्रिसमस (25 दिसंबर) को अब ड्राई-डे नहीं रहेगा.
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्रिसमस पर अब ड्राई-डे नहीं होगा. इसे लेकर एक्साइज डिपार्टमेंट ने पहले ही घोषणा कर दी थी. डिपार्टमेंट की ओर से जारी पत्र में कहा गया था कि दिल्ली में क्रिसमस (25 दिसंबर) के बजाय 24 नवंबर (गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस) को शराब की दुकानें बंद रहेंगी.
29 सितंबर को जारी अपने आदेश में एक्साइज विभाग ने अक्टूबर-दिसंबर के दौरान 6 ड्राई-डे घोषित किए थे, जिसमें 25 दिसंबर भी शामिल था. लेकिन अधिकारियों ने कहा कि अब इसे बदल दिया गया है, क्रिसमस के बजाय ड्राई-डे गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर रहेगा.
गुरु तेग बहादुर को कहा जाता है 'हिंद की चादर'
धैर्य, वैराग्य और त्याग की मूर्ति गुरु तेग बहादुर ने 20 सालों तक साधना की थी. उन्होंने गुरु नानक के सिद्धांतों का प्रचार करने के लिए देश में कश्मीर और असम जैसे स्थानों की लंबी यात्रा की. अंधविश्वासों की आलोचना कर समाज में नए आदर्श स्थापित किए. गुरु तेग बहादुर ने आस्था, विश्वास और अधिकारों की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था. माना जाता है कि उनकी शहादत दुनिया में मानव अधिकारों के लिए पहली शहादत थी. इसलिए उन्हें सम्मान के साथ 'हिंद की चादर' कहा जाता है.
पंकज जैन