दिल्ली NCR में एयर क्वालिटी इंडेक्स में थोड़ा सुधार हुआ है. पिछली शाम हवा की स्पीड की वजह से दिल्ली में AQI आज सुबह बहुत खराब और गंभीर से खराब कैटेगरी में आ गया. दिल्ली में AQI सुबह 7 बजे तक 300 के मुकाबले 270 के आसपास है. ज्यादातर मॉनिटरिंग स्टेशनों ने आज AQI 300 से कम रिकॉर्ड किया. हालांकि सुबह छह बजे तक आरकेपुरम में 308 दर्ज हुआ.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों को देखें तो दिल्ली के अधिकांश इलाकों में छह बजे तक AQI बहुत खराब (Very Poor) कैटेगरी में थी. यह लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है. दिल्ली में कुछ केंद्रों पर प्रदूषण स्तर थोड़ा कम जरूर दिखा, लेकिन बड़े पैमाने पर हालात चिंताजनक हैं.
अलग-अलग इलाकों में दर्ज किए गए AQI से पता चलता है कि हवा में हानिकारण कण (PM2.5 और PM10) खतरनाक मात्रा में हैं. आरकेपुरम आज भी सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में शामिल रहा, जहां AQI 308 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब से सीधे गंभीर कैटेगरी के लेवल के करीब है.
दिल्ली AQI स्तर सुबह 6 बजे तक (CPCB के अनुसार)
कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता मानकों के मुताबिक बेहद खराब श्रेणी में है. बवाना की बात करें तो यहां 295 और नरेला में 279 का स्तर भी चिंता बढ़ाने वाला है. इसके अलावा, आनंद विहार और चांदनी चौक जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में AQI क्रमशः 281 और 281 रहा, जो लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है.
आया नगर (225) और IGI एयरपोर्ट क्षेत्र (227) जैसे स्थानों में AQI कुछ हद तक अपेक्षाकृत कम रहा, लेकिन ये भी खराब से बहुत खराब के बीच की श्रेणी में ही रहे. वहीं, बुराड़ी 283, वजीरपुर 282, आईटीओ 270 और JLN स्टेडियम 269 जैसे क्षेत्रों में भी हवा प्रदूषित थी. इन सभी स्थानों पर हवा में सूक्ष्म हानिकारक कणों की मात्रा सामान्य मानकों से कई गुना ज्यादा थी, जो सीधे फेफड़ों और दिल से संबंधित बीमारियों को बढ़ाने का काम करते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की धीमी गति के कारण हानिकारण कण (harmful particles) वातावरण में फंस जाते हैं और यह स्थिति और खतरनाक बन जाती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और सांस से संबंधित रोगों से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक है.
aajtak.in