देश की राजधानी दिल्ली में इस वक्त कोरोना के प्रकोप कारण काफी दिक्कतें हो रही हैं. ऑक्सीजन की किल्लत के साथ-साथ बेड्स के लिए भी काफी परेशानी हो रही है. लेकिन अस्पतालों और कोरोना सेंटर्स में भर्ती होने के लिए जो नियम और गाइडलाइंस तैयार किए गए हैं, वह सिस्टम पर सवाल खड़े करते हैं. क्योंकि लोगों के परिजन मरीज को भर्ती कराने की चिंता में हैं, लेकिन लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
दक्षिण दिल्ली के छतरपुर में सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर को 26 अप्रैल की सुबह 10 बजे मरीज़ों के लिए खोल दिया गया है. लेकिन जिस मरीज को यहां भर्ती होना है, उसे कई नियमों का सामना करना पड़ेगा.
इन्हें मिलेगा एडमिशन...
साउथ दिल्ली के जिला अधिकारी द्वारा साझा किए गए प्रोटोकॉल के मुताबिक, कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने के लिए 2 तरह की कैटेगरी बनाई गई हैं.
पहली कैटेगरी के तहत डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर (DSO) के ज़रिए ही कोरोना मरीज़ों को भर्ती किया जाएगा. किस मरीज को भर्ती करना है, उसके लिए DSO द्वारा एक लेटर सरदार पटेल कोविड सेंटर के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा जाएगा.
ITBP द्वारा संचालित दिल्ली के सरदार पटेल कोविड केयर सेण्टर ने काम करना शुरू कर दिया है और मरीज भर्ती हो रहे हैं#Delhhi #COVID19 #Coronavirus #ITBP #CovidCareFacility pic.twitter.com/N0CNVXGnW9
दूसरी कैटेगरी के तहत कोरोना मरीज़ों के लिए 5 अलग-अलग लैंडलाइन नंबर जारी किए गए हैं. कोरोना मरीज के रिश्तेदार को इन नंबर्स पर कॉल करके मरीज़ से जुड़ी कुछ जानकारियां देनी होंगी. लैंडलाइन से प्राप्त मरीज़ की जानकारी को DSO के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा जाएगा.
मरीज़ों को ये जानकारी लैंडलाइन पर कॉल करके देनी होगी-
• नाम -
• उम्र -
• पता -
• कॉन्टेक्ट नंबर -
• SPO 2 लेवल -
• पल्स रेट -
• अन्य कोई गंभीर बीमारियां या लक्षण -
कोरोना मरीज़ द्वारा इन तमाम जानकारी को लैंडलाइन पर कॉल करके बताने के बाद छतरपुर के सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर के 'एडमिशन इंचार्ज' द्वारा जांच की जाएगी और जो कोरोना मरीज़ भर्ती होने के लिए योग्य होंगे, उन्हें रिश्तेदार को फोन करके जानकारी दी जाएगी.
सिर्फ सरदार पटेल कोविड सेंटर ही नहीं, बल्कि दिल्ली में अलग-अलग जगह पर जो कोविड केयर सेंटर्स बनाए गए हैं, वहां पर इसी तरह के लंबे-चौड़े नियम तैयार किए गए हैं, जिसके कारण मरीजों के भर्ती होने में काफी दिक्कत आ रही है.
पंकज जैन