दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट अग्रवाल समाज का नाम वोटिंग लिस्ट से काटने के बयान पर बीजेपी नेता राजीव बब्बर द्वारा केजरीवाल के खिलाफ दायर मानहानि मामले में फैसला सुनाएगा. केजरीवाल ने निचली अदालत में चल रहे मानहानि मामले को रद्द करने की गुहार लगाई थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने निचली अदालत की सुनवाई पर फिलहाल रोक लगा दी.
BJP नेता राजीव बब्बर ने मानहानि का मुकदमा दायर कर भाजपा की साख को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाने के लिए केजरीवाल और आप के कई अन्य नेताओं पर भी मानहानि के अपराध में कार्यवाही करने की मांग की थी.
'लोगों के बीजेपी के खिलाफ भड़ाने का किया प्रयास'
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 8 दिसंबर, 2018 को ट्वीट कर दावा किया था कि अग्रवाल समाज के दिल्ली में कुल आठ लाख वोट हैं. उनमें से लगभग चार लाख भाजपा ने वोट कटवा दिए. राजीव बब्बर ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल उन पर मतदाता सूची से “मतदाताओं” के नाम हटाने के लिए गलत दोष मढ़ रहे हैं. बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर केजरीवाल ने लोगों को बीजेपी के खिलाफ भड़काने का प्रयास किया है.
इन AAP नेताओं का भी मुकदमें में नाम
दिल्ली में अग्रवाल समाज के लोगों का वोटर लिस्ट से नाम हटाने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान के खिलाफ आपराधिक मानहानि की याचिका दायर की थी. याचिका में केजरीवाल के अलावा आतिशी मार्लेना, मनोज कुमार और सुशील कुमार गुप्ता को भी आरोपी बनाया गया है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आठ दिसंबर 2018 को ट्वीट कर दावा किया था कि, अग्रवाल समाज के दिल्ली में कुल आठ लाख वोट हैं। उनमें से लगभग चार लाख भाजपा ने वोट कटवा दिए? यानि 50 फीसद. आज तक यह समाज भाजपा का कट्टर वोटर था. इस बार नोटबंदी और GST की वजह से ये नाराज हैं तो भाजपा ने इनके वोट ही कटवा दिए!
संजय शर्मा