दिल्ली में बढ़ा ऑटो-टैक्सी का किराया, ट्रांसपोर्ट फेडरेशन बोला- इससे हमारा नहीं ओला- उबर का फायदा

दिल्ली सरकार की ये घोषणा एमसीडी चुनाव की तारीखों के ऐलान से थोड़ा पहले की गई है. ऑटोरिक्शा चालक शहर में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) का एक बड़ा वोट बैंक हैं. हालांकि, नेशनल ऑटोरिक्शा टैक्सी ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने इस फैसले को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह दिल्लीवासियों पर बोझ डालेगा और उबर- ओला जैसे कैब एग्रीगेटर्स के लिए ही मायने रखेगा. 

Advertisement
प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 8:17 AM IST

दिल्ली में ऑटोरिक्शा और टैक्सी का सफर महंगा हो गया है. दरअसल दिल्ली सरकार ने सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी को देखते हुए ऑटोरिक्शा और टैक्सी के किराए में बढ़त को अप्रूवल दे दिया है. शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में ये जानकारी सामने आई है.

गौरतलब है कि ये घोषणा एमसीडी चुनाव की तारीखों के ऐलान से थोड़ा पहले की गई है. ऑटोरिक्शा चालक शहर में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) का एक बड़ा वोट बैंक हैं. हालांकि, नेशनल ऑटोरिक्शा टैक्सी ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने इस फैसले को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह दिल्लीवासियों पर बोझ डालेगा और उबर- ओला जैसे कैब एग्रीगेटर्स के लिए ही मायने रखेगा. 

Advertisement

'एमसीडी चुनावों से पहले का राजनीतिक फैसला है ये'
 
नेशनल ऑटोरिक्शा टैक्सी ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के संयोजक राजेंद्र सोनी ने कहा, "यह दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों से पहले का एक राजनीतिक फैसला है. अप्रैल में, हमने सीएनजी सब्सिडी की मांग को लेकर हड़ताल की थी, जिससे ऑटोरिक्शा चालकों पर बोझ कम होगा और लोगों पर भी दबाव न पड़े. लेकिन इसके उलट हुआ है सरकार ने दिल्ली के एलजी की मंजूरी के बिना इसकी घोषणा कर दी है. इस कदम से ओला और उबर जैसे कैब एग्रीगेटर्स को ही मदद मिलेगी. ”

ऑटोरिक्शा के लिए 30 रुपये तक होगा पहले 1.5 किमी का किराया

बता दें कि बढ़ाए गए किराए के अनुसार ऑटोरिक्शा के लिए शुरुआती 1.5 किलोमीटर के लिए मीटर डाउन चार्ज (न्यूनतम किराया) 25 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है, जबकि मीटर डाउन के बाद प्रति किलोमीटर चार्ज 9.50 रुपये से बढ़ाकर 11 रुपये कर दिया गया है. वहीं वेटिंग रेट और नाइट रेट में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जबकि एक्सट्रा सामान के लिए रेट 7.50 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है.

Advertisement

टैक्सी के लिए 40 रुपये तक होगा पहले 1 किमी का किराया

पहले 1 किमी के लिए मौजूदा शुल्क एसी और गैर-एसी दोनों टैक्सियों के लिए 25 रुपये है, जो 40 रुपये तक चला जाएगा. मीटर डाउन के बाद प्रति किलोमीटर चार्ज नॉन एसी के लिए 14 रुपये और एसी के लिए 16 रुपये था. संशोधन के बाद, नॉन-एसी के लिए यह बढ़कर 17 रुपये और एसी टैक्सियों के लिए 20 रुपये हो जाएगा. 25 प्रतिशत नाइट चार्जेस जस के तस रहेंगे . वहीं वेटिंग रेट, जो वर्तमान में 30 रुपये है, 15 मिनट रुकने के बाद 1 रुपये प्रति मिनट वसूला जाएगा. इसके अलावा एक्स्ट्रा सामान शुल्क 10 रुपये से बढ़ाकर 15 रुपये कर दिया गया है. बताते चलें कि ऑटोरिक्शा किराए में अंतिम संशोधन साल 2020 में हुआ था, जबकि टैक्सी के किराए में आखिरी बार  नौ साल पहले 2013 में संशोधन हुआ था.

दो साल में  47 रुपये से बढ़कर 78 रुपये हुआ CNG का दाम

बयान में कहा गया है कि 2020 में, सीएनजी का किराया 47 रुपये था जो अक्टूबर 2022 तक इसे बढ़ाकर 78 रुपये कर दिया गया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 7 मार्च से सीएनजी की कीमतें 14 किस्तों में रिकॉर्ड 22.60 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गई हैं. यह प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ है. दिल्ली में सीएनजी की कीमत अब 78.61 रुपये प्रति किलो है.

Advertisement

'ऑटो- टैक्सी वालों से सहानुभूति के लिए प्रतिबद्ध है दिल्ली सरकार'

पीटीआई द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2021 से सीएनजी की कीमतों में 35.21 रुपये प्रति किलोग्राम या 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 1 अप्रैल, 2021 को सीएनजी की कीमत 43.40 रुपये प्रति किलोग्राम थी. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को किराए में वृद्धि के मुद्दे पर ऑटोरिक्शा और टैक्सी संघों और यूनियनों से कई रिप्रिजेनटेशन प्राप्त हुए थे. सीएनजी की बढ़ती दर के मद्देनजर किराए की समीक्षा और सिफारिश करने के लिए इस साल मई में 13 सदस्यों की एक समिति बनाई गई थी.  गहलोत ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में, दिल्ली हमेशा से ऑटो और टैक्सी चलाने वाले लोगों के प्रति सहानुभूति रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement