दिल्ली विधानसभा बजट सत्र (Delhi Budget Session) के दूसरे दिन आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सात विधायकों को निलंबित कर दिया गया. विधानसभा में बीजेपी के कुल 8 विधायक हैं. बीजेपी विधायक और नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के अलावा पार्टी के सभी विधायकों पर कार्रवाई की गई है.
बता दें कि गुरुवार को दिल्ली के LG द्वारा दिए जा रहे अभिभाषण में अवरोध पैदा करने के मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दिलीप पांडे ने सदन में बीजेपी विधायकों पर कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव रखा. दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवासी गोयल ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया और रिपोर्ट आने तक बीजेपी के 7 विधायकों को सदन की कार्रवाई से निलंबित करने का प्रस्ताव पास कर दिया.
AAP नेता ने सदन में क्या कहा?
आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने सदन में कहा कि 'मीडिया में बीजेपी विधायक सरकार की छवि खराब करने के लिए बयान देते हैं. इन्होंने मीडिया के सामने सदन का मजाक उड़ाया है. बीजेपी विधायक सदन को रोककर दिल्ली का टैक्स बर्बाद कर रहे हैं. इन्होंने LG अभिभाषण का विरोध प्लानिंग के तहत किया.'
दिलीप पांडे ने विधानसभा स्पीकर से इस मामले की जांच करने की मांग की और कहा कि स्पीकर अपनी उदारता को पूर्ण विराम दें. सदन की गरिमा का अपमान किया गया है. इसलिए बार-बार गलती करने वाले विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए. इसके बाद रूल बुक से नियम पढ़ते हुए बीजेपी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव रखा.
निलंबन के बाद विधायकों ने क्या कहा?
कार्रवाई के बाद निलंबित बीजेपी विधायकों ने नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के साथ दिल्ली विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की. इसके बाद सभी विधायक दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री दफ्तर के बाहर भी पहुंचे गए.
बीजेपी नेता बोले- निलंबन असंवैधानिक है
निलंबित बीजेपी विधायकों ने सदन में हुई कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट का रुख करने का ऐलान किया है. बीजेपी विधायक विजेंदर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा तानाशाही के अधीन है. विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है और साजिश के तहत बीजेपी विधायकों पर कार्रवाई की गई है. बजट पेश करने की देरी पर सवाल उठाए गए और सरकार ने गलती मानी, जिससे नाराज होते हुए विधायकों को सस्पेंड किया गया है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि ये निलंबन असंवैधानिक है और हम इसके खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. कल LG अभिभाषण के बाद हमें मार्शल आउट कर दिया गया था और आज अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया गया. एक मामले में दो अलग-अलग तरह की सजा देने का अधिकार कहां है?
इस दौरान बीजेपी विधायकों ने कहा कि हम भ्रष्टाचार की पोल खोलना चाहते थे. उपराज्यपाल तो वही बोल रहे थे, जो झूठ सरकार ने उनको लिखकर दिया. आज उपराज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी, लेकिन ये नहीं चाहते कि हम इनके झूठ का पर्दाफाश करें, इसलिए हमें सदन से बाहर कर दिया गया.
पंकज जैन