दिल्ली में सरकारी स्कूल के टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने की अनुमति न मिलने के मामला खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. शनिवार को अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर से लौटे पंजाब के प्रिंसिपल्स के साथ दिल्ली के सरकारी स्कूल में अनुभव सुना और LG पर जमकर निशाना साधा है. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की शुरूआत हो गई है. हमें मिलकर दिल्ली व पंजाब के स्कूलों को दुनिया का बेस्ट स्कूल बनाना है. पिछले 75 साल में पंजाब में किसी भी सरकार ने टीचर्स को विदेश ट्रेनिंग के लिए नहीं भेजा होगा. क्योंकि उनकी प्राथमिकता में शिक्षा नहीं थी.
ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा
पंजाब की ‘‘आप’’ सरकार ने अपने प्रिंसिपल को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेज कर संदेश दिया है कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता शिक्षा है. जब तक टीचर्स और प्रिंसिपल्स के अंदर सकारात्मक उर्जा नहीं आएगी, तब तक सरकारी स्कूलों को ठीक नहीं किया जा सकता. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर सरकारों की नीयत ठीक हो, तो जो शिक्षा सरकार दे सकती है, वो प्राइवेट स्कूल कभी नहीं दे सकते.
एवेन्यू गवर्नमेंट स्कूल में आयोजित ‘‘एक्सपीरियंस शेयरिंग सेशन’’ के अंतर्गत सिंगापुर से ट्रेनिंग लेकर लौटे पंजाब के प्रिंसिपल्स और सिंगापुर, कैंब्रिज व फिनलैंड में ट्रेनिंग ले चुके दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ संवाद किया.
हम शिक्षा के अंदर पैसा खर्च करेंगे
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे यहां सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर समेत सारी चीजों की प्राथमिकता होती है, लेकिन सरकारी स्कूलों में शिक्षा ले रहे गरीबों के बच्चों की शिक्षा कभी प्राथमिकता में शामिल नहीं होती थी. हम शिक्षा के अंदर पैसा खर्च करेंगे, हम अपने शिक्षकों, प्रधानाचार्य को तैयार करेंगे और उसके लिए पैसे की कमी नहीं होने देंगे.
पंजाब के 36 प्रधानाचार्य विदेश होकर आए हैं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने हुए एक साल हो गया है और अभी तक पंजाब के शिक्षा मंत्री विदेश नहीं गए, लेकिन पंजाब के प्रिंसिपल विदेश होकर आ गए. अभी पंजाब के 36 प्रधानाचार्य विदेश होकर आए हैं. दिल्ली में अब तक हमारे 1100 से ज्यादा शिक्षक व प्रधानाचार्य विदेश से ट्रेनिंग लेकर आ चुके हैं. इसके अलावा कई हजार शिक्षकों को आईआईएमसी समेत अन्य इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में भी दिल्ली सरकार के स्कूलों जैसी सुविधाएं नहीं मिलती है. मुझे लगता है कि अगर सरकारों की नीयत ठीक हो, तो जो शिक्षा सरकार दे सकती है, वो प्राइवेट स्कूल कभी नहीं दे सकते.
पंकज जैन