संशोधित कृषि कानूनों को लेकर अकाली दल के नेताओं और यूथ विंग ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली स्थित कृषि भवन पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. अकाली नेताओं के हाथों में कपास और मक्के की टोकरियां थीं। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि कानूनों को वापस लिया जाए.
पुलिस ने कृषि भवन और शास्त्री भवन के आसपास धारा 144 लगा दी और इन प्रदर्शनकारियों को ज्यादा देर तक वहां रुकने नहीं दिया. पुलिस ने जैसे-तैसे इनको बसों में भरकर दूर छोड़ दिया.
अकाली दल के नेताओं ने कहा कि यह एक काला कानून है, जो किसानों के खिलाफ है और इस कानून को वापस लिया जाना चाहिए. अकाली दल के नेताओं ने यह भी मांग की कि एमएसपी संवैधानिक अधिकार होना चाहिए और सभी फसलों के लिए एमएसपी होना चाहिए.
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर अकाली दल ने एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था. हरसिमरत कौर ने केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ दिया था. वहीं, सुखबीर सिंह बादल ने साफ तौर से कहा था कि यह बिल किसानों के खिलाफ है, वे इसको कतई मंजूर नहीं कर सकते. पंजाब में भी खुद सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर बादल ने कृषि बिल को लेकर लगातार प्रदर्शन किया है.
अशोक सिंघल