आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का सामान उनके सरकारी आवास - 6, फ्लैगस्टाफ रोड से बाहर फेंक दिया गया. पार्टी ने यह भी दावा किया कि यह कदम मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कब्जा करने की भाजपा की योजना का हिस्सा है. दिल्ली सीएमओ ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास को भाजपा के इशारे पर जबरन खाली कराया गया क्योंकि उपराज्यपाल वीके सक्सेना इसे भगवा पार्टी के किसी नेता को आवंटित करना चाहते हैं."
बुधवार शाम को 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास से अंदर से रिक्शे में कुछ सामान बाहर निकालने की तस्वीरें भी सामने आईं. इनमें सरकारी आवास से कई डिब्बे और सामान बाहर निकाले जाते हुए और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की एक टीम वहां पहुंचते हुए दिखाई दे रही है.
इसको लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, "बीजेपी 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इसके परिणामस्वरूप, वे जनता से चुनावी समर्थन हासिल करने में असमर्थता के कारण कथित तौर पर सीएम के आवास पर दावा करने का प्रयास कर रहे हैं."
इससे पहले दिन में संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया था कि अधिकारी मुख्यमंत्री आतिशी को बंगला आवंटित नहीं कर रहे हैं और वहां उनका कैंप कार्यालय भी खाली करा दिया गया है.
आप ने यह भी दावा किया है कि बंगला किसी महत्वपूर्ण भाजपा नेता को आवंटित करने की योजना थी.
वहीं एलजी कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, 6 फ्लैग स्टाफ रोड को आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री के आवास के रूप में नामित नहीं किया गया है. सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि अन्य सरकारी संपत्तियों की तरह यह लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अंतर्गत आता है, जो घर खाली होने के बाद कार्यभार संभालता है, एक सूची तैयार करता है और इसे फिर से आवंटित करता है.
सूत्रों ने बताया, "पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे खाली करने के बाद कभी भी इसे पीडब्ल्यूडी को नहीं सौंपा, जिससे संभावित छिपे हुए उद्देश्यों के बारे में सवाल उठते हैं. जबकि मुख्यमंत्री आतिशी का आधिकारिक आवास वर्तमान में 17 एबी मथुरा रोड पर है, उन्होंने औपचारिक आवंटन के बिना कुछ समय के लिए अपना सामान 6 फ्लैग स्टाफ रोड की संपत्ति में शिफ्ट कर दिया. पीडब्ल्यूडी द्वारा अपनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बंगला आवंटित किया जाएगा."
आतिशी इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस में फ्लैगस्टाफ रोड पर बंगला नंबर 6 में शिफ्ट हो गई थीं. इसे अरविंद केजरीवाल द्वारा सीएम पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद खाली किया गया था.
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आवास को आखिरकार सील कर दिया गया है. एक वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल का शीश महल आखिरकार सील हो ही गया. उस बंगले में कौन से रहस्य छिपे हैं कि संबंधित विभाग को चाबी सौंपे बिना आप फिर से बंगले में घुसने की कोशिश कर रहे थे?"
सचदेवा ने यह भी दावा किया कि बंगले में बहुत सारे रहस्य छिपे हैं.
उन्होंने कहा, "आपने दो छोटे ट्रकों में अपना सामान ले जाकर अच्छा ड्रामा किया. सभी जानते हैं कि बंगला अभी भी आपके कब्जे में है. जिस तरह से आपने बंगला आतिशी को सौंपने की कोशिश की, वह असंवैधानिक था. आतिशी को पहले ही बंगला आवंटित किया जा चुका है, फिर वह आपका बंगला कैसे ले सकती हैं? उस बंगले में बहुत सारे रहस्य छिपे हैं."
बता दें कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और पिछले शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर अपना सरकारी आवास खाली कर दिया. अब वे मंडी हाउस के पास 5, फिरोजशाह रोड पर चले गए हैं. यह संपत्ति पहले पंजाब से आप के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित की गई थी.
अमित भारद्वाज