आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी पर दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में 'वोट चोरी' करने का आरोप लगाया. AAP ने अपने X हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में दावा किया कि पूनम नाम की एक मतदाता नारायणा वार्ड के बूथ 33 पर पहुंची तो उसे यह जानकर सदमा लगा कि उसके नाम पर एक वोट पहले ही डाला जा चुका है. पार्टी ने कहा कि यह इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि भाजपा ने एमसीडी उपचुनाव में 'जीत की उम्मीद छोड़ दी है' और अब पूरी तरह से 'फर्जी वोटों पर निर्भर' है.
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि कई अन्य मतदान केंद्रों से भी फर्जी मतदान की ऐसी ही खबरें आ रही हैं. AAP ने भाजपा पर धोखाधड़ी और हेराफेरी के जरिए उपचुनावों में धांधली करने का प्रयास करने का आरोप लगाया. पार्टी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए दावा किया कि वह 'भाजपा की इन अवैधताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है'.
AAP ने एक और आरोप लगाते हुए दावा किया कि भाजपा विधायक उमंग बजाज ने कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स 1961 के नियम 49M का उल्लंघन किया है, जो मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन ले जाने और तस्वीरें लेने पर रोक लगाता है. आम आदमी पार्टी ने कहा कि बीजेपी विधायक ने न केवल मतदान केंद्र के अंदर तस्वीरें खींचीं, बल्कि उन्हें सार्वजनिक भी किया. पार्टी ने कहा कि इससे पता चलता है कि उन्हें चुनाव आयोग का कोई डर नहीं है.
आम आदमी पार्टी ने X पर लिखा कि अब यह स्पष्ट है कि आयोग ने भाजपा के गलत कामों के प्रति अपनी आंखें बंद कर ली हैं, यह निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं, बल्कि भाजपा की मनमानी है. इस साल की शुरुआत में भाजपा की विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद दिल्ली के राजनीतिक मिजाज की पहली बड़ी परीक्षा, एमसीडी उपचुनाव में होनी है. 12 वार्डों के खाली काउंसलर पद लिए 26 महिलाओं सहित 51 उम्मीदवार मैदान में हैं.
भाजपा ने 8 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि आप ने 6 और कांग्रेस ने 5 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. जिन 12 वार्डों में उपचुनाव हुआ है, उनमें से 9 पहले भाजपा के और 3 आप के पास थे. शालीमार बाग-बी और द्वारका-बी, जो भाजपा के गढ़ हैं, इन वार्डों में मुकाबला बेहद अहम है. आम आदमी पार्टी एमसीडी उपचुनाव को दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपनी स्थिति फिर से मजबूत करने के मौके के तौर पर देख रही है.
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