तेजस्वी का तंज...शतरंज में वजीर और जिंदगी में जमीर मर जाए तो खेल खत्म समझो

बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा था कि, कुछ मुस्लिम बंटवारे के बाद नहीं गए. ऐसे में मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनके वोटिंग का अधिकार वापस लिया जाना चाहिए. मुस्लिम दूसरे स्तर के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं.

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सरकार पर बरसे तेजस्वी यादव सरकार पर बरसे तेजस्वी यादव

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 02 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 9:06 PM IST
  • बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश और बीजेपी पर बरसे तेजस्वी
  • तेजस्वी यादव ने कहा, कोई मुस्लिमों से वोटिंग अधिकार नहीं छीन सकता

मुसलमानों से वोटिंग छीने जाने के बयान पर आज बिहार विधानसभा के बजट सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश सरकार पर जमकर बरसे. तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी माई के लाल में दम नहीं जो मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार नहीं छीन ले.

हालांकि इस दौरान विधानसभा में जमकर हंगामा भी हुआ. तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, शतरंज में वजीर और जिंदगी में जमीर मर जाए तो खेल खत्म समझो. सीएम पर इस तरह का तंज करने पर उन्हें विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने टोका और शब्दों के चयन पर ध्यान दने की नसीहत दी. तेजस्वी यादव ने अपने भाषण के दौरान कहा, आजकल एक दौर चला हुआ है भाई, देशभक्ति का सर्टिफिकेट ले लो, जो देंगे वो देशभक्त और जो नहीं देंगे वो देशभक्त नहीं है.

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उन्होंने कहा, 'एनडीए के कोई विधायक हैं जिन्होंने कहा कि मुसलमानों से वोटिंग राइट छीन लो, हद है.' तेजस्वी यादव ने कहा, 'इस देश की आजादी में सबने कुर्बानी दी है. हां आरएसएस वालों ने नहीं दी है और ये लोग तिरंगे की बात करते हैं.' तेजस्वी ने कहा, 'किसी माई के लाल में दम नहीं जो मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन ले.' तेजस्वी यादव ने इस दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन को संबोधित करते हुए कहा कि शाहनवाज भाई आपका वोटिंग अधिकार छीन लिया जाएगा और आप कुछ नहीं बोलेंगे?

नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने कहा, हैरानी होती है की धर्मनिरपेक्षता का चोला पहनकर बैठे मुख्यमंत्री इसपर ताली बजाते हैं. दरअसल ये विवाद तब शुरू हुआ था जब बिहार बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने मुस्लिमों को लेकर बेतुका बयान दिया था.  उन्होंने मांग रखी थी कि सरकार को मुसलमानों से उनके वोट करने का हक वापस ले लेना चाहिए. ठाकुर ने कहा था, '1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था. तब मुस्लिमों को उनका देश मिल गया था और उन्हें वहां चला जाना चाहिए.

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