पटना: ये है DSP से दबंगई की पूरी कहानी, हिरासत में आरजेडी नेता का बेटा

बिहार की राजधानी पटना में ऑन ड्यूटी डीएसपी से बदसलूकी के मामले में आरजेडी के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद के बेटे अशरफ अहमद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उन पर अधिकारी के खिलाफ गंदे शब्दों के इस्तेमाल का भी आरोप है.

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हिरासत में लिया गया पूर्व आरजेडी एमएलसी का बेटा हिरासत में लिया गया पूर्व आरजेडी एमएलसी का बेटा

सुजीत झा

  • पटना,
  • 10 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

पटना में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद के बेटे अशरफ अहमद को डीएसपी से दबंगई और बदसलूकी करने के मामले में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उनके पिता अनवर अहमद को भी थाने में बैठाकर रखा गया है. अब इस मामले में पीरबहोर थाना के एसएचओ सबिउल हक़ ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है.

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डीएसपी से बदसलूकी को लेकर पीरबहोर थाना के एसएचओ ने कहा, 'एक दिन पहले पुलिस के साथ मारपीट की जो घटना हुई थी उसको लेकर जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारी आए हुए थे. घटनास्थल का निरीक्षण के बाद जहां घटना घटी थी, वहां के एक दुकानदार को पूछताछ के लिए लाया गया था. 

एसएचओ के मुताबिक वार्ड पार्षद अशरफ अहमद आए और उसे छोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे. इसी बात को लेकर डीएसपी से बहस और दुर्व्यवहार करने लगे. ऑन ड्यूटी अफसर के साथ थाने के अंदर बहुत गलत शब्दों का इस्तेमाल किया गया जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है.

एसएचओ ने बताया कि पूर्व एमएलसी अनवर अहमद ने भी पुलिस को धमकी देते हुए कहा था कि वो लोगों को बुलाएंगे और हंगामा करेंगे. 

एक दिन पहले के घटनाक्रम की जानकारी देते हुए एसएचओ सबिउल हक़ ने बताया कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था. पुलिस इस वायरल वीडियो पर पिछले 10 दिनों से काम कर रही थी. गुरुवार को जब पुलिस इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पटना मार्केट के मीना बाजार गई थी. तब वहां कुछ लोग भूजा खा रहे थे.

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एसएचओ ने कहा, 'वहां कुछ नहीं मिला लेकिन पुलिस जैसे ही पटना मार्केट के गेट पर पहुंची 4 लोग हमें देख कर भागने लगे. पुलिस ने उनमें से 2 को पकड़ लिया. इसी बीच सिया मस्जिद के पास लोगों की बैठक होनी थी. उन्हीं लोगों ने सिपाहियों पर हमला करके पकड़े गए आरोपियों को छुड़ा लिया और इस दौरान एक सिपाही को बुरी तरह से पीट दिया.'  

पीरबहोर थाना के एसएचओ सबिउल हक़ ने आगे बताया कि पुलिस फिर आई और उस आरोपी को पकड़ लिया जिसने सिपाही को पीटा था. उन्होंने कहा, फिर कुछ लोग थाने पर आकर उसे छुड़ाने लगे. 50-60 कि संख्या में आए लोग दबाव बनाने लगे कि पकड़ा गया शख्स मासूम है.

एसएचओ ने कहा, पुलिस की तरफ से उन्हें बताया गया कि अगर वो मासूम है तो उसे छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इस तरह से थाने पर आना उचित नहीं था. सिपाही का बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है और एफआईआर भी दर्ज की गई है.

 

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