बारिश ने किया बिहार को बेहाल, अस्पतालों में घुसा पानी तो कई स्कूल भी बंद

यहां अस्पाताल के आईसीयू में बारिश का पानी घुस गया है. इसी हालात में अस्पताल में मरीजों का इलाज भी चल रहा है. यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. सड़को पर जल भराव हो गया है. कई मुहल्लों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया है. यहां तक की कई मुहल्ले टापू में तब्दील हो गए हैं.

Advertisement
जलभराव से परेशान बिहार जलभराव से परेशान बिहार

सुजीत झा / अनुग्रह मिश्र

  • पटना,
  • 11 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 7:31 AM IST

बिहार में मानसून की शुरूआती बारिश ने ही पटना समेत कई दुसरे शहरों की सूरत बिगाड़ दी है. स्कूली बच्चों को इससे होने वाली असुविधा को देखते हुए पटना वैशाली मुजफ्फपुर दरभंगा और मधुबनी में प्रशासन ने पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है. यह निर्देश सरकारी और गैर सरकारी दोनों स्कूलों पर लागू होंगे. वैशाली में तो इतनी खराब हालत है कि वहां के जिलाधिकारी ने स्कूल को 11 और 12 जुलाई के लिए बंद करने का आदेश दिया है.

Advertisement

पटना में कई मुहल्ले हुए टापू में तब्दिल, स्कूलों को भी करना पड़ा बंद

पटना में पिछले दो दिनों की मूसलाधार बारिश हो रही है. इसकी वजह से नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्थिति बुरी हो गई है. यहां अस्पाताल के आईसीयू में बारिश का पानी घुस गया है. इसी हालात में अस्पताल में मरीजों का इलाज भी चल रहा है. यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. सड़को पर जल जमाव हो गया है. कई मुहल्लों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया है. यहां तक की कई मुहल्ले टापू में तब्दील हो गए हैं. पानी में उतरे बिना लोग अपने घरों तक नही पहुंच पा रहें हैं. स्कूली बच्चों को इससे होने वाली परेशानी को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को मंगलवार को बंद रखने का निर्देश जारी किया है.

Advertisement

हाजीपुर मुख्यालय के सदर अस्पताल में डॉक्टर के चैंबर से लेकर इमरजेंसी वार्ड तक भरा पानी

बिहार के कई जिलों में जिलाधिकारियों ने स्कूल बंद करने के निर्देश जारी किए है. वैशाली में जिलाधिकारी ने दो दिन स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. बता दें कि वैशाली के कई इलाको में मूसलाधार बारिश की वजह से हालात बिगड़ गए हैं. हाजीपुर मुख्यालय के सदर अस्पताल में डॉक्टर के चैंबर से लेकर इमरजेंसी वार्ड तक में घुटने भर पानी जमा हो गया है. स्थिति ऐसी हो चली है कि डॉक्टर को पैर ऊपर रख इलाज करना पड़ रहा है. वहीं मरीज बेड के ऊपर पानी से बचने की कोशिश करते हैं. पूरे अस्पताल में घुटने भर से ज्यादा पानी की वजह से मरीज और आने जाने वाले लोग बेहाल हैं. हालात ये है की डाक्टर के चेंबर तक में पानी घुसा है. इसके चलते डॉक्टरों को भी खासी परेशानी हो रही है.

सीतामढ़ी के महिला थाने में जल जमाव

हाजीपुर के सदर थाने के हालात तो और अजूबा है. यहां थाने में पानी भर जाने के कारण पुलिसकर्मी अपने वर्दी का पैंट उतार घूमने को मजबूर है. यही हालात सीतामढ़ी में भी है. दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. हालत यह है कि नगर के बीचों बीच स्थित महिला थाने में जल जमाव से स्थिति नारकीय हो गई है. महिला थाना परिसर में स्थित इंस्पेक्टर के आवास समेत सभी पुलिस कर्मियों के घर में पानी जा घुसा है.

Advertisement

जल जमाव के कारण इंस्पेक्टर साहब की तबीयत खराब हो गई. यहां तक की उन्हें ग्लूकोज चढ़ाने की नौबत आ गई. डॉक्टर ने उन्हें बेड रेस्ट करने की नसीहत दी है. उन्होंने आजतक से बताया कि इस स्थिति से सरकार ही निजात दिला सकती है. पूरा थाना परिसर तालाब में तब्दील हो गया है. कैंपस में रखी गाड़ियां पानी में तैर रही है, कमोबेश पूरे शहर की यही तस्वीर है.

लोग घर में कैद होने को मजबूर

दरभंगा में स्थिति अलग नही है बारिश की वजह से दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पाल के इमरजेन्सी वार्ड में घुटने भर पानी भर गया है. कई पुल क्षतिग्रत हो गए है. जिलाधिकारी ने खुद हालात का जायजा लिया. बाढ़ जैसे हालात होने के कारण लोग अपने घरों में कैद होने पर मजबूर हैं. मधुबनी में भी कामोवेश यही हालात है.

 सबसे खराब हालत स्मार्ट सिटी मे सुमार मजफ्फपुर का है. यहां पानी निकासी कराने वाला नगर निगम का कार्यालय ही पानी में डूबा हुआ है. यही नहीं जिलाधिकारी के कार्यालय में भी बारिश का पानी घुस गया है. कचहरी परिसर से लेकर बाजार तक सब जगह पानी ही पानी है. ये मानसून की पहली बारिश का नतीजा है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement