यूट्यूबर मनीष कश्यप को मिला सोनू सूद का साथ, बिहार पर कह दी ये बड़ी बात

बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप इस समय मुश्किलों में हैं. फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में अभी वो तमिलनाडु पुलिस की गिरफ्त में हैं. ऐसे में अब उन्हें बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद का साथ मिला है. सोनू सूद ने मनीष और बिहार को लेकर बड़ी बात कह दी है.

Advertisement
मनीष कश्यप को मिला सोनू सूद का साथ (तस्वीर - सोशल मीडिया) मनीष कश्यप को मिला सोनू सूद का साथ (तस्वीर - सोशल मीडिया)

aajtak.in

  • पटना,
  • 11 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:42 PM IST

बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता सोनू सूद का साथ मिल गया है. सोनू सूद ने ट्वीट कर मनीष कश्यप को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि मनीष ने हमेशा बिहार के लोगों के भले के लिए ही आवाज उठाई है.

ट्विटर पर सोनू सूद ने लिखा,  'जितना भी मैं मनीष कश्यप को जानता हूं, उसने हमेशा बिहार के लोगों के भले के लिए ही आवाज़ उठाई है. हो सकता है उससे कुछ गलती भी हुई हो, पर यह बात मैं यकीन से कह सकता हूं कि वो देशहित के लिये ही लड़ा है. न्याय और कानून से ऊपर हमारे देश में कुछ नहीं. जो भी होगा सही ही होगा.'

Advertisement

बता दें मनीष कश्यप के मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई है. यूट्यूबर के वकील द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हुए सुप्रीम कोर्ट ने बिहार, तमिलनाडु और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है. 

बिहार, तमिलनाडु और केंद्र सरकार को SC का नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को YouTuber मनीष कश्यप की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई की. अलग-अलग राज्यों में दर्ज केस की सुनवाई एक जगह करने की मांग पर कोर्ट ने बिहार, तमिलनाडु और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है.

यूट्यूबर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर जमानत देने और सभी केसों की सुनवाई एक जगह करने की मांग की थी. बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई का फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में अभी वो तमिलनाडु पुलिस की हिरासत में हैं.

Advertisement

21 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस कृष्ण मुरारी और संजय करोल की पीठ ने यूट्यूबर के मामले की सुनवाई की. इस दौरान वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने तमिलनाडु पुलिस का पक्ष रखा और आरोप को गंभीर बताया. सिब्बल ने कहा, फर्जी खबरों के कारण मौतें हुईं और यह कोई छोटी बात नहीं है.

वहीं मनीष कश्यप के वकील सिद्धार्थ दवे ने पीठ से कहा, उसे एक अदालत से दूसरी अदालत ले जाया जा रहा है. दवे ने सुप्रीम कोर्ट में मनीष कश्यप के बचाव में अर्नब गोस्वामी मामले का हवाला भी दिया. अब 21 अप्रैल को इस मामले में अलगी सुनवाई होगी.

खुद को सन ऑफ बिहार लिखता है यूट्यूबर 
बता दें कि मनीष कश्यप का जन्म 9 मार्च 1991 को बिहार के पश्चिम चंपारण के डुमरी महनवा गांव में हुआ. मनीष खुद को 'सन ऑफ बिहार' (Manish Kasyap, Son of Bihar) लिखता है. उसका असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है. अपने नाम के पीछे वो 'कश्यप' लगाता है.

हालांकि, ज्यादातर जगहों पर 'मनीष' लिखता है. उसकी शुरुआती शिक्षा गांव से ही हुई. उसने साल 2009 में 12वीं पास की. इसके बाद में महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय से उच्च शिक्षा पूरी हुई. मनीष ने साल 2016 में पुणे की सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में BE किया. इसके दो साल बाद यूट्यूब चैनल बनाकर वीडियो बनाने लगा.

Advertisement

2020 में चुनाव लड़ चुका है मनीष

साल 2020 में बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से त्रिपुरारी उर्फ मनीष ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. नामांकन के समय चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में मनीष ने बतौर प्रत्याशी अपना नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी बताया था. मनीष के पिता उदित कुमार तिवारी भारतीय सेना में रहे हैं.
 

क्या था पूरा मामला?

सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि तमिलनाडु में रहने वाले बिहारियों के खिलाफ हमले हो रहे हैं, जिसमें दो बिहारी मजदूरों की मौत भी हो गई. सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए गए.

इसके बाद तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों के बीच दहशत का माहौल बन गया था. इन वीडियो को सच मानकर बिहार के मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप किया और मुख्य सचिव व डीजीपी को मामले की जांच का आदेश दिया. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद 4 सदस्यीय टीम तमिलनाडु गई थी, जहां मामले की पड़ताल की गई.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement