Mental Health: पानी में उतरने से लगता है डर... कहीं Aquaphobia का शिकार तो नहीं? जानें इससे उबरने का तरीका

Aquaphobia एक प्रकार की मानसिक अवस्था है, जिसमें इंसान को पानी से डर लगता है. ऐसे व्यक्ति को पानी के सामने जाते ही भय लगने लगता है और उसके दिल की धड़कन तेज हो जाती है. कई बार तो पैनिक अटैक भी आ जाता है. आइए जानते हैं इससे उबरने का तरीका.

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Mental Health News (Image: Freepik) Mental Health News (Image: Freepik)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 01 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 8:26 PM IST

कई लोग होते हैं, जिन्हें पानी में जाने से डर लगता है. अगर आप भी ऐसा महसूस करते हैं तो यह एक्वाफोबिया (aquaphobia) के लक्षण हैं. दरअसल, यह एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के अंदर एक गहरा डर होता है और जब भी वह पानी के पास जाता है तो उसका दिल तेजी से धड़कने लगता है, हथेलियां पसीने से तर हो जाती हैं और सांसें तेज हो जाती हैं. एक्वाफोबिया से पीड़ित व्यक्ति समुद्र की लहरों से भी डर जाता है. कई लोगों को तो पानी से नहाते समय पैनिक अटैक भी आ जाता है. यह एक ऐसा भारी डर है, जो सामान्य कामकाज को बाधित कर सकता है और दैनिक जीवन में बाधा डाल सकता है. 

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एक्वाफोबिया से बचाव का तरीका...

1. पानी में जाते समय पैनिक ना हों

धीरे-धीरे पूल के अंदर जाकर और अपने शरीर को पानी के एहसास की आदत डालकर अपने डर का सामना करें. पूल में अंदर की तरफ धीरे-धीरे कदम रखें और घुटने तक पानी में खड़े हो जाएं. एक बार जब आप पूल के बीच में पहुंच जाएंगे, तो अपनी त्वचा पर पानी के एहसास पर ध्यान दें. जब तक आप शुरुआती तनाव, घबराहट और डर से मुक्त नहीं हो जाते, तब तक धीरे-धीरे टहलते रहें. घुटने तक पानी में सहज होने के बाद, धीरे-धीरे कमर तक और फिर छाती तक पानी में जाएं. इससे आपकी घबराहट कम होने लगेगी. 

2. पानी का सामना करें

पूल के गहरे छोर पर एक हाथ से पूल की रेलिंग या किनारे पर पकड़ें और दूसरे हाथ से अपनी नाक को दबाएं और धीरे से अपना चेहरा पानी में डुबोएं. जब तक आपको तनाव और डर दूर न हो जाए, तब तक अपना चेहरा पानी में डुबाना जारी रखें. जब आप अपने चेहरे को पानी के नीचे रखकर सहज महसूस करें, तो अपनी नाक को दबाए बिना पानी के नीचे बुलबुले उड़ाने की कोशिश करें. धैर्य रखकर आप एक्वाफोबिया पर काबू पा सकते है. 

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3. नेगेटिव विचारों से बचें

पानी के बारे में आपके मन में जो नकारात्मक विचार हैं, उन्हें चुनौती दें और समझने की कोशिश करें. अक्सर एक्वाफोबिया से पीड़ित व्यक्ति के मन में पानी के खतरों या उसके पास होने से निपटने की उनकी क्षमता के बारे में बेमतलब के विचार आते हैं. इसलिए इन विचारों का मुकाबला करने के लिए पॉजिटिव सोचें. 

4. छोटे लक्ष्य निर्धारित करें

पानी के संपर्क से संबंधित अपने लिए छोटे और प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करें. अपनी प्रगति के लिए खुशी भी मनाएं और पहचानें कि एक्वाफोबिया पर काबू पाना आसान है. उदाहरण के तौर पर आपका पहला लक्ष्य कुछ मिनटों के लिए बिना किसी डर के छोटे पूल के पास खड़ा होना हो सकता है. छोटे लक्ष्य निर्धारित करके ही आप बड़े लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे. 

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