Heart Attack: जब हम हेल्थ की बात करते हैं, तो ज्यादातर लोग विटामिन सी, डी या बी12 का नाम लेते हैं, लेकिन विटामिन K2 पर बहुत कम लोगों का ध्यान जाता है. जबकि सच ये है कि ये छोटा सा पोषक तत्व आपके दिल और आर्टरीज की सेहत के लिए बेहद जरूरी है. इसे 'फॉरगॉटन विटामिन' कहा जाता है, क्योंकि ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं. लेकिन यही विटामिन आपके दिल को मजबूत और आर्टरीज को फ्लेक्सिबल बनाए रखता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर शरीर में विटामिन K2 की कमी हो जाए, तो धीरे-धीरे आर्टरीज में कैल्शियम जमा होने लगता है. यानी जो कैल्शियम हड्डियों में जाना चाहिए, वो गलती से खून की नलियों में जमने लगता है. यही वजह है कि समय के साथ आर्टरीज सख्त हो जाती हैं, जिससे दिल का दौरा, हार्ट वॉल्व की दिक्कत और यहां तक कि किडनी या गॉल ब्लैडर में पथरी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. डराने वाली बात ये है कि ये सब धीरे-धीरे और बिना किसी शुरुआती लक्षण के होता है. आपको तब तक पता नहीं चलता जब तक नुकसान हो नहीं जाता. अब सवाल ये उठता है आखिर ऐसा क्यों होता है? और हम इसे कैसे रोक सकते हैं?
क्यों बंद होने लगती हैं आर्टरीज?
दरअसल, विटामिन K2 शरीर में एक खास प्रोटीन को एक्टिव करता है, जिसे Matrix Gla Protein (MGP) कहा जाता है. इसका काम कैल्शियम को हड्डियों तक पहुंचाना और आर्टरीज में जमने से रोकना है. लेकिन जब K2 की कमी होती है, तो ये प्रोटीन सुस्त पड़ जाता है और कैल्शियम सही जगहव नहीं पहुंच पाता. धीरे-धीरे ये कैल्शियम आपके ब्लड वेसल्स में जमा होकर उन्हें हार्ड बना देता है.अगर ये स्थिति लंबे समय तक चलती रहे, तो इससे दिल की बीमारियां, ब्लड प्रेशर बढ़ना, और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. यही वजह है कि डॉक्टर अब विटामिन K2 को दिल का रक्षक कहने लगे हैं.
दिल की सेहत के लिए क्यों जरूरी है विटामिन K2?
कई रिसर्च में पाया गया है कि जिन लोगों के खाने में विटामिन K2 की मात्रा ज्यादा होती है, उनमें दिल की बीमारियों और आर्टरीज के जाम होने का खतरा लगभग 50% तक कम होता है. विटामिन K2 ना सिर्फ आर्टरीज को फ्लेक्सिबल बनाए रखता है, बल्कि दिल के वाल्व में कैल्शियम जमा होने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है.
तो अब विटामिन K2 को डाइट में शामिल करना बहुत जरूरी है. क्योंकि जब तक हमारे दिल और हड्डियों को सही जगह कैल्शियम नहीं मिलेगा, तब तक शरीर पूरी तरह से हेल्दी नहीं रह सकता.
K2 की कमी से क्या होती हैं दिक्कतें?
1. कमजोर हड्डियां: विटामिन K2 की कमी के कारण कैल्शियम हड्डियों तक नहीं पहुंच पाता, जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है.
2. किडनी या गॉल ब्लैडर की पथरी: क्योंकि कैल्शियम शरीर में गलत जगह जमा हो जाता है.
3. दांतों और मसूड़ों की समस्या: लंबे समय तक K2 की कमी से मुंह की हेल्थ भी बिगड़ता है.
क्यों ज्यादातर लोगों को होने लगी K2 की कमी?
अगर आपके मन ये सवाल उठ रहा है तो इसका जवाब ये है क्योंकि आपके खाने में अब वो चीजें कम हो गई हैं जिनसे विटामिन K2 मिलता है. ये ज्यादातर फर्मेंटेड फूड्स में पाया जाता है, जैसे नट्टो (सोयाबीन से बना जापानी फूड), पुराना चीज़, अंडे की जर्दी या मीट, लेकिन आजकल ये चीजें लोग बहुत ही कम खाते हैं. इसी वजह से ज्यादातर लोगों को बिना जाने ही K2 की कमी हो जाती है.
कैसे पहचानें कि शरीर में है K2 की कमी?
विटामिन K2 की कमी के लक्षण बहुत देर से नजर आते हैं. आर्टरीज धीरे-धीरे सख्त होती हैं और जब तक कोई गंभीर लक्षण दिखे, तब तक नुकसान हो चुका होता है. डॉक्टर अब एक खास प्रोटीन (inactive MGP) की जांच करके यह पता लगा सकते हैं कि आपके शरीर में K2 की कमी है या नहीं.
कैसे पूरी करें K2 की कमी?
आप विटामिन K2 की कमी को बहुत आसानी से पूरा कर सकते हैं. इसके लिए बस अपने खाने में कुछ खास चीजें शामिल करें जैसे अंडे, मांस, पुराना चीज़ और फर्मेंटेड फूड्स. अगर आपके खाने से K2 की मात्रा पूरी नहीं हो रही है, तो आप इसका सप्लीमेंट भी ले सकते हैं. रोजाना करीब 100 से 200 माइक्रोग्राम (mcg) MK-7 फॉर्म वाला सप्लीमेंट सबसे असरदार माना जाता है. इसे विटामिन D3 के साथ लेना फायदेमंद होता है, क्योंकि D3 और K2 मिलकर कैल्शियम को शरीर के सही हिस्सों तक पहुंचाने में मदद करते हैं. अच्छी बात ये है कि विटामिन K2 का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, इसलिए इसे अपनी रोज के डाइट में शामिल करना बिल्कुल सुरक्षित है.
आजतक हेल्थ डेस्क