पिछले काफी समय से सोशल मीडिया पर A1 और A2 दूध-घी को लेकर हम खूब बातें की जा रही हैं. दूध-घी बेचने वाली कंपनियां A2 दूध और घी को ज्यादा बेहतर बताती हैं. लेकिन पिछले साल भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ((FSSAI) ने कंपनियों को दूध को A1 या A2 के रूप में बेचने पर रोक लगा दी थी. हालांकि बाद में प्राधिकरण ने अपना आदेश वापस ले लिया था. फिलहाल कंपनियां अपने लेबल पर A1 और A2 लिख रही हैं लेकिन लोगों के लिए सही जानकारी अभी भी साफ नहीं है.
ऐसे में इस बारे में हम आपका यह कनफ्यूजन दूर कर रहे हैं और आपको बता रहे हैं कि A1 और A2 दूध में क्या फर्क और दोनों में क्या फायदेमंद है.
A1 और A2 दूध क्या है?
A1 और A2 दूध के बीच के अंतर को पूरी तरह से समझने के लिए दूध की संरचना को समझना जरूरी है. गायों समेत सभी स्तनधारियों के दूध में तीन मुख्य कंपाउंड्स होते हैं जो फैट, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन है. इन प्रोटीनों में गाय के दूध में प्रोटीन की मात्रा का लगभग 80% Casein (कैसीन) होता है. कैसीन के कई उप-प्रकार (सब टाइप) होते हैं और उनमें से एक सबसे महत्वपूर्ण उप-प्रकार बीटा-कैसीन है जो गाय के दूध में कुल प्रोटीन का लगभग 30% होता है.
सरल शब्दों में कहें तो अधिकांश गायें ऐसे दूध का उत्पादन करती हैं जिसमें A1, A2, या दोनों प्रोटीनों का संयोजन होता है. दिलचस्प बात यह है कि जहां इंसान और बाकी स्तनधारी केवल A2 बीटा-कैसीन का उत्पादन करते हैं. वहीं गायों ने आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण A1 और A2 दोनों प्रोटीन उत्पन्न करने की क्षमता विकसित कर ली है.
A1 और A2 दूध में अंतर
A1 दूध में A1 बीटा-कैसीन होता है जो यूरोपीय नस्लों में ज्यादा पाया जाता है जबकि A2 दूध में A2 बीटा-कैसीन होता है जो भारतीय नस्लों में पाया जाता है और इसमें प्रोलाइन भी मौजूद होता है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि A2 दूध पाचन और स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है लेकिन वैज्ञानिक अभी भी A1 और A2 दूध के बीच कौन बेहतर है, इस पर शोध कर रहे हैं
A1 और A2 दूध में मिथख बनाम तथ्य
A1 और A2 दूध के बारे में दावों को लेकर खासकर कंपनियों द्वारा बताए गए फायदों और जोखिमों को लेकर काफी भ्रम की स्थिति है. ऐसी कई रिसर्च हैं जो A1 दूध को कई क्रॉनिक बीमारियों जैसे टाइप-1 डायबिटीज. ऑटिज्म और दिल के रोग से जोड़ते हैं. हालांकि यह ध्यान रखना जरूरी है कि निष्कर्ष निकालने से पहले और अधिक शोध की आवश्यकता है.
फिलहाल A2 दूध उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बना हुआ है जिन्हें साधारण गाय के दूध से पाचन की परेशानी होती है. फिर भी उन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत हैं. सिर्फ इसलिए कि A2 दूध कुछ लोगों द्वारा आसानी से सेवन किया जा सकता है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह सभी के लिए ठीक है. डेयरी उत्पादों के प्रति आपके शरीर की प्रतिक्रिया कई फैक्टर्स पर निर्भर कर सकती है जिनमें आपके पेट का स्वास्थ्य, जीन्स और ओवरऑल डाइट शामिल है.
क्या आपको A1 या A2 दूध चुनना चाहिए?
A1 और A2 दूध में से चुनने के पीछे की सबसे बड़ी वजह व्यक्तिगत अनुभव है. कुछ लोगों के लिए A2 दूध अच्छा है जबकि कई लोग तो डेयरी उत्पादों को पूरी तरह से छोड़ देने पर बेहतर महसूस करते हैं. अपने शरीर की आवाज सुनना और दूध पीने के बाद कैसा महसूस करते हैं, इस पर ध्यान देना जरूरी है.
जो लोग कोई इनमें एक को चुनने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए दोनों प्रकार के दूध के साथ प्रयोग करने और पाचन या ओवरऑल हेल्थ में किसी भी बदलाव को खुद महसूस करने की सलाह दी जाती है. आप चाहें तो A1, A2, या फिर लैक्टोज-फ्री दूध को चुनें, सबसे जरूरी बात यह है कि आपका शरीर इस पर कैसे प्रतिक्रिया देता है.
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