फैक्ट चेक: काशी में पीएम मोदी ने जिस महिला के पैर छुए, वे आईएएस अधिकारी आरती डोगरा नहीं

सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में पीएम मोदी जिस महिला के पैर छूने की कोशिश करते दिख रहे हैं, वो आईएएस अधिकारी आरती डोगरा नहीं, बल्कि काशी की दिव्यांग महिला शिखा रस्तोगी हैं. आरती डोगरा वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री की विशेष सचिव हैं, न कि काशी विश्वनाथ मंदिर की चीफ आर्किटेक्ट.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे पीएम मोदी काशी विश्वनाथ धाम की चीफ आर्किटेक्ट आरती डोगरा के पैर छू रहे हैं.
सच्चाई
तस्वीर में पीएम मोदी जिस महिला के पैर छू रहे हैं, वो आईएएस अधिकारी आरती डोगरा नहीं, बल्कि काशी की शिखा रस्तोगी हैं. आरती डोगरा वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री की विशेष सचिव हैं, न कि काशी विश्वनाथ धाम की चीफ आर्किटेक्ट.

ज्योति द्विवेदी

  • नई दिल्ली,
  • 21 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:39 PM IST

पीएम मोदी ने हाल ही में वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. अब सोशल मीडिया पर कार्यक्रम से जुड़ी एक तस्वीर छाई हुई है.

तस्वीर में पीएम मोदी एक कम कद की महिला के पैर छूने की कोशिश करते दिख रहे हैं. इस महिला को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की चीफ आर्किटेक्ट और आईएएस ऑफिसर आरती डोगरा बताया जा रहा है.

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बीजेपी प्रवक्ता शायना एनसी ने इस फोटो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन लिखा जिसका हिंदी अनुवाद है, ''विकलांग नहीं, दिव्यांग. आरती डोगरा, एक आईएएस ऑफिसर हैं, जो काशी विश्वनाथ मंदिर का नवीनीकरण करने वाली चीफ आर्किटेक्ट हैं. तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे मोदीजी उनका आशीर्वाद ले रहे हैं.'' इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.  

हमने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में पीएम मोदी जिस महिला के पैर छूने की कोशिश करते दिख रहे हैं, वो आईएएस अधिकारी आरती डोगरा नहीं, बल्कि काशी की दिव्यांग महिला शिखा रस्तोगी हैं. आरती डोगरा वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री की विशेष सचिव हैं, न कि काशी विश्वनाथ मंदिर की चीफ आर्किटेक्ट.  

कैसे पता लगाई सच्चाई?  

वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘प्रभात खबर’ की 16 दिसंबर 2021 की एक रिपोर्ट में मिली. रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह फोटो पीएम मोदी के वाराणसी दौरे की है, जब वो काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने गए थे.
 
दरअसल, उस दौरान वाराणसी के सिगरा क्षेत्र की शिखा रस्तोगी ने पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की थी. इस पर पीएम मोदी ने उन्हें रोका था और खुद उनके पैर छूकर उन्हें प्रणाम किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन्म से ही दिव्यांग शिखा से पीएम मोदी ने ये भी कहा कि शिखा के लिए विश्वनाथ कॉरिडोर में एक दुकान आवंटित करवा दी गई है. शिखा ने कई इंटरव्यूज में बताया है कि ये पीएम मोदी से उनकी दूसरी मुलाकात थी.

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2006 में आईएएस बनी थीं आरती डोगरा

देहरादून में जन्मी आरती डोगरा  2006 बैच के राजस्थान कैडर की आईएएस अफसर हैं. वर्तमान में वो राजस्थान में तैनात हैं और वहां के मुख्यमंत्री की विशेष सचिव हैं. उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं और राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी उनके काम की तारीफ कर चुके हैं.

आरती डोगरा को एक रोल मॉडल माना जाता है क्योंकि उन्होंने अपने छोटे कद की वजह से पैदा हुई चुनौतियों का डट कर सामना किया और सिविल सर्विस जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा पास की.

कौन हैं काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य आर्किटेक्ट?  

‘दैनिक जागरण’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य आर्किटेक्ट पद्मश्री डा. बिमल पटेल हैं. नई दिल्ली में बन रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की डिजाइन भी डॉ. पटेल ने ही बनाई है.

ये बात सच है कि शिखा रस्तोगी और आरती डोगरा, दोनों का ही कद कम है. संभवत: इसी वजह से कुछ लोगों ने शिखा रस्तोगी को आरती डोगरा समझ लिया.

लेकिन, इतनी बात तय है कि वाराणसी में पीएम मोदी ने शिखा रस्तोगी के पैर छुए थे, न कि आरती डोगरा के.
 

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