इस बार भारत का स्वतंत्रता दिवस समारोह कोरोना महामारी के चलते कई प्रतिबंधों के साथ मनाया गया. हर बार की तरह आम लोग झंडारोहण कार्यक्रमों में नहीं शामिल हो सके. लोगों ने सोशल मीडिया पर ही एक-दूसरे को बधाइयां दीं.
इसी बीच, पुलिसकर्मी के सामने बुर्का उतारते हुए एक आदमी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति आरएसएस से जुड़ा है और मुसलमानों को बदनाम करने के लिए बुर्का पहनकर पाकिस्तानी झंडा लहराते हुए पकड़ा गया है.
ट्विटर पर 'Raju Upman' नाम के यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है, “आरएसएस का ये व्यक्ति बुर्का पहनकर पाकिस्तान का झंडा लहरा रहा था”.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. इस व्यक्ति को पुलिस ने तेलंगाना से आंध्र प्रदेश शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा था. पुलिस से खुद को बचाने के लिए उसने बुर्का पहन रखा था. वायरल ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. गलत दावे के साथ ये वीडियो फेसबुक पर भी वायरल हो रहा है.
AFWA की पड़ताल
वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स काटकर InVID टूल की मदद से रिवर्स सर्च करने पर हमें “NTV Telugu ” की एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश पुलिस ने तेलंगाना से शराब की तस्करी करने के आरोप में एक बुर्कानशीं शख्स को गिरफ्तार किया.
कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमें “ETV Andhra Pradesh” की एक और रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वायरल वीडियो का इस्तेमाल किया गया है. ये रिपोर्ट भी कहती है कि आंध प्रदेश पुलिस ने कुछ अन्य लोगों के साथ बुर्का पहने हुए एक आदमी को शराब की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है. ये घटना आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के पंचलिंगला चेक-पोस्ट पर हुई थी.
घटना की पुष्टि करने के लिए हमने कुरनूल के एसपी Fakkeerappa Kaginelli से संपर्क किया. उन्होंने कन्फर्म किया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. उनके मुताबिक, ये मामला शराब तस्करी से जुड़ा है. चेक-पोस्ट पर पुलिस से बचने के लिए वह व्यक्ति महिला के भेष में था. ये घटना 7 अगस्त, 2020 की है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
AFWA से बात करने के बाद कुरनूल के एसपी ने ट्विटर पर भी इस बारे में स्पष्टीकरण दिया है.
कुरनूल की एएसपी (स्पेशल इन्फोर्समेंट ब्यूरो) Gowthami Sali ने इस बारे में और सूचनाएं मुहैया कराईं. उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में तेलंगाना के मुकाबले शराब महंगी है. इसलिए बॉर्डर एरिया के लोग तेलंगाना से सस्ती शराब खरीदते हैं और इसे आंध्र प्रदेश में बेचते हैं.
उन्होंने बताया कि वीडियो में बुर्का पहने दिख रहे व्यक्ति का नाम मोहम्मद आरिफ है जो अपने एक और साथी सतीश गौड़ के साथ पकड़ा गया था. वे दोनों बाइक से शराब लेकर तेलंगाना से आंध्र प्रदेश आ रहे थे. आरिफ ने ये सोचकर महिला का भेष बनाया था कि ऐसा करने पर पुलिस उन्हें चेक-पोस्ट पर नहीं रोकेगी. एएसपी ने हमें इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी भेजी है.
पिछले कुछ महीनों में आंध्र प्रदेश ने अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसी है. वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार ने हाल में शराब की कीमतों में कई बार संशोधन किया है. साथ ही लोगों को शराब पीने से हतोत्साहित करने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं. वास्तव में आंध्र प्रदेश धीरे-धीरे पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ रहा है.
हाल ही में आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शराब की तलब मिटाने के लिए कुछ लोगों ने सैनिटाइजर पी लिया, जिसकी वजह से तीन दर्जन लोगों की मौत हो गई थी.
पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ गलत दावा किया जा रहा है. वीडियो में बुर्का पहने दिख रहा व्यक्ति पाकिस्तानी झंडा लहराने के लिए नहीं गिरफ्तार हुआ है. उसे आंध प्रदेश में शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
अर्जुन डियोडिया