सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इसमें दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के एक मदरसे के बच्चों ने पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाए हैं. वीडियो मंदसौर का बताया जा रहा है जिसे देखने में लगता है कि बच्चे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं. वीडियो में कुछ पुलिस वाले भी देखे जा सकते हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि बच्चे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' नही बल्कि 'साबिर साहब जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे. साबिर पानवाला मदरसे के प्रिंसिपल हैं.
फेसबुक यूज़र Kajal Yadav ने इस भ्रामक पोस्ट को मंगलवार को अपलोड किया था, जिसे अब तक 1300 से भी ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
वीडियो से जुड़े कैप्शन में लिखा है 'मंदसौर में अंजुमन स्कूल से निकलते ही पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाए. फिर ये डरे हुए बोलते हैं कि हमने किया क्या है.'
ट्विटर पर भी इस भ्रामक वीडियो को शेयर किया जा रहा है.
कुछ कीवर्ड की मदद से हमें इस मामले से जुड़ी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इस स्कूल/मदरसे का नाम अनवारुल उलूम है जो मंदसौर के खानपुर इलाके में मौजूद है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस स्कूल/मदरसे के बच्चे स्कूल प्रिंसिपल साबिर पानवाला के समर्थन में नारे लगा रहे थे. दरअसल, साबिर पानवाला का स्कूल कमेटी से विवाद चल रहा था, जिसके चलते बच्चों को लगा कि प्रिंसिपल साबिर को स्कूल से निकाल दिया जाएगा. इसी कारण से स्कूल के बच्चे सड़क पर आ गए और नारेबाजी करने लगे- साबिर साहब जिंदाबाद. साबिर सर जिंदाबाद.
खबरों के मुताबिक, पुलिस ने एक्सपर्ट द्वारा वायरल वीडियो की बारीकी से जांच करवाई जिससे पता लगा कि बच्चे 'साबिर साहब जिंदाबाद' कह रहे थे. इंडिया टुडे को भी पुलिस द्वारा जांच करवाया हुआ वीडियो मिला. वीडियो में साफ़ सुना जा सकता है कि बच्चे अपने स्कूल प्रिंसिपल के लिए नारे लगा रहे हैं.
इस बारे में हमने स्कूल प्रिंसिपल साबिर पानवाला और सहायक प्रिंसिपल सौरभ दुबे से बात की. दोनों का यही कहना था कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है.
मंदसौर के सीएसपी नरेंद्र सोलंकी ने भी हमें ये बात स्पष्ट कर दी कि बच्चों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे नहीं लगाए थे.
(मंदसौर से आकाश चौहान के इनपुट के साथ)
अर्जुन डियोडिया