FACT CHECK - 'जय श्री राम' न बोलने पर मुस्लिम ऑटो ड्राइवर की पिटाई की खबर झूठी

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कानपुर के एक ऑटो ड्राइवर मोहम्मद आतिब को 'जय श्री राम' के नारे न लगाने पर बुरी तरह पीटा गया. इस दावे में कितनी सच्चाई है, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
कानपुर के एक ऑटो ड्राइवर मोहम्मद आतिब को 'जय श्री राम' के नारे ना लगाने पर बुरी तरह पीटा गया.
सच्चाई
मोहम्मद आतिब के साथ मारपीट जरूर हुई, लेकिन उसका 'जय श्री राम' का नारा न लगाने पर पीटने वाली

अर्जुन डियोडिया

  • नई दिल्ली,
  • 05 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

पिछले कुछ दिनों में देश में मुस्लिम युवकों को 'जय श्री राम' ना बोलने पर पीटने या मॉब लिंचिंग के कुछ मामले सामने आए हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कानपुर के एक ऑटो ड्राइवर मोहम्मद आतिब को 'जय श्री राम' के नारे न लगाने पर बुरी तरह पीटा गया है. इस खबर को मीडिया हाउस नवजीवन सहित कई अन्य मीडिया हाउस ने भी कवर किया है.

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आर्काइव यहां देखा जा सकता है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने अपनी तफ्तीश में पाया कि मोहम्मद आतिब को 'जय श्री राम' ना बोलने पर पीटने वाली खबर गलत है. मोहम्मद आतिब को तीन लोगों ने पीटा जरुर था लेकिन उसका 'जय श्री राम का नारा लगाने या न लगाने से कोई लेना देना नहीं था. आतिब ने खुद इस बात से इंकार किया है और कहा है कि उसे जिन लोगों ने मारा उन्होंने उसे कोई नारे लगाने को नहीं कहा था. आजतक के पास आतिब से बातचीत का वीडियो मौजूद है.

सोशल मीडिया पर कुछ लोग ये झूठी खबर फैलाकर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. पोस्ट का आर्काइव यहां देखे जा सकता है. The Telegraph ने भी इस मामले को रिपोर्ट किया है.

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खबर के मुताबिक आतिब ने पुलिस को बताया है कि 'जय श्री राम' ना बोलने पर पहले आरोपियों ने उसे ईट पत्थर से मार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया. इसके बाद आरोपी उसे घसीट कर एक शौचालय में ले गए जहां उसे लात घूसों से दोबारा पीटा गया. न्यूज़ रिपोर्ट में आरोपियों का नाम सुमित सिंह ,राजेश सिंह और शिवा कुमार बताया गया है. कुछ अन्य मीडिया हाउस ने भी इस मामले में कुछ इसी तरह से खबर चलाई है.

न्यूज रिपोर्ट का आर्काइव यहां देखे जा सकता है. आतिब ने इस बात से साफ़ इनकार किया कि उन्हें 'जय श्री राम' न बोलने पर पीटा गया है. मोहम्मद आतिब ने कहा कि उनको इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने आरोपियों को अपने ऑटो में बिठाने से मना कर दिया था. आतिब के मुताबिक तीनों लोग नशे में थे और ऑटो पर न बिठाने पर उनकी तीनों आरोपियों से कहा सुनी हो गई जिसके बाद उन्हें को ईट पत्थर से बुरी तरह पीटा गया. आतिब ने ये बात साफ़ कर दी की 'जय श्री राम' ना बोलने पर पीटने वाली बात झूठ है.

इस बारे में इंडिया टुडे ने कानपुर नगर एसएसपी अनंत देव से भी बात की. उनका का भी यही कहना था 'जय श्री राम' ना बोलने पर पीटने वाले खबर फ़र्ज़ी है. इस मामले में यह भी अफवाह उड़ गई थी कि आतिब की मौत हो गई है. हालांकि कुछ दिनों पहले इसी से मिलता जुलता कानपुर का ही एक मामला सामने आया था . न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोप है कि कानपुर में मोहम्मद  ताज नाम के एक व्यक्ति को कुछ अज्ञात लोगों ने मुस्लिम टोपी पहनने और जय श्री राम ना बोलने पर पीटा था.

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