फैक्ट चेक: फल-सब्जियों को केमिकल से रंगने की ये फैक्ट्री चीन ने नहीं, AI ने बनाई है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यूनिफॉर्म पहने हुए कुछ लोग कई तरह के फलों और सब्जियों पर आर्टिफिशियल रंग छिड़ता हुआ दिख रहा है. वीडियो को शेयर कर रहे लोगों का दावा है कि ये वीडियो चीन की एक कंपनी का है जो लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है. आजतक ने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
चीन के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे वो फलों व सब्जियों पर केमिकल स्प्रे करके लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है.
सच्चाई
ये असली वीडियो नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI से बनाया गया है.

फैक्ट चेक ब्यूरो

  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:46 PM IST

फलों और सब्जियों पर आर्टिफिशियल रंग छिड़क कर उसे रंगते हुए कुछ लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. कई छोटी-छोटी क्लिप्स से मिलकर बना ये वीडियो किसी बड़ी फैक्ट्री का लग रहा है. इसमें यूनिफॉर्म पहने हुए कुछ लोग कई तरह के फलों और सब्जियों को केमिकल वाले पानी में डालकर रंगते हुए भी नजर आ रहे हैं.

Advertisement

इसके अलावा ये लोग अलग-अलग रंगों वाले स्प्रे का भी इस्तेमाल करते दिखाई देते हैं. इससे सब्जियां और फल पलभर में ताजे हो जाते हैं और आकर्षक भी दिखते हैं. कुछ लोगों की मानें तो ये वीडियो चीन का है. वीडियो को शेयर करते हुए लोग चीन पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने का भी आरोप लगा रहे हैं.

वीडियो को फेसबुक पर शेयर कर एक व्यक्ति ने लिखा, “चीन सच में जहर बेच रहा है, लगता है दुनियाँ को यही लोग खत्म करने मानेगे.” ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये असली वीडियो नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI से बनाया गया है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

गौर से देखने पर वीडियो में कुछ गड़बड़ियां नजर आती हैं जिससे इसके एआई से बने होने का शक पैदा होता है. मिसाल के तौर पर वीडियो में एक जगह हरे अंगूरों को केमिकल वाले पानी में डुबाया जाता है लेकिन अंगूर डूबते नहीं हैं और अगले ही पल अपने-आप ही बदले हुए रंग के साथ ऊपर आ जाते हैं.

Advertisement

एक क्लिप में, दो भारी मशीनों से धातु की ट्रे पर रखे हुए फल बाहर आते हैं जिन्हें रंगा जाता है. एक लाइन में तो फलों का रंग हरे से बदलकर गुलाबी हो जाता है लेकिन दूसरी लाइन में रंग बिल्कुल भी नहीं बदलता. इसके अलावा कुछ जगह जहां स्प्रे का छिड़काव नहीं हो रहा है, वहां भी फलों का रंग बदल जाता है.

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसके कई दूसरे वर्जन भी मिले. ऐसे ही एक वीडियो में ठीक ऊपर बायीं ओर AI का वाटरमार्क लगा हुआ है. इसके अलावा बिल्कुल नीचे चाइनीज भाषा में कुछ लिखा हुआ है जिसका हिंदी अनुवाद है - “वीडियो फुटेज डिजिटली कंपोजिटेड है और असल में मौजूद नहीं है.”

हमें ‘@huqiuju’ नाम के टिकटॉक अकाउंट पर इसका असली वीडियो मिल गया. यहां इसे 26 नवंबर को अपलोड किया गया था. यहां इस वीडियो के साथ क्रियेटर ने ‘AI जेनरेटेड’ का लेबल लगाया है. इस अकाउंट पर AI से बने और वायरल वीडियो से मिलते-जुलते ढेरों वीडियो मौजूद हैं.

साफ है कि फलों और सब्जियों को केमिकल रंगों से स्प्रे किए जाने वाला ये वीडियो असली नहीं है. इसे AI से बनाया गया है.

---- समाप्त ----

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement