तुलसीदास की रचना श्रीरामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर चल रहे विवाद के बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है. इसे शेयर करते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी सरकार के मंत्रियों के दफ्तर में हर मंगलवार को श्री श्रीरामचरितमानस के एक हिस्से यानी सुंदरकाण्ड का पाठ अनिवार्य कर दिया है.
सुंदरकाण्ड, श्रीरामचरितमानस के सात काण्डों में से एक काण्ड है. वायरल पोस्ट में दो तस्वीरों का कोलाज है. जिसमें पहली तस्वीर श्रीरामचरितमानस की है और दूसरी तस्वीर में ऋषि सुनक और उनकी पत्नी भगवा गमछा पहने हुए हाथ जोड़े खड़े हैं. इसके साथ पोस्ट में लिखा है, “अरे मूर्खो तुम रामचरित मानस का मजाक उड़ाते रहे हो वहां इंग्लैंड में ऋषि सुनक ने बड़ा खेल कर दिया. ये फोटू सुनक के ऑफिस में सुंदरकांड के पाठ की ही है. ब्राह्मण पुत्र सुनक ने बयान दिया है शिवरात्रि से सरकारी खर्चे पे हर मंत्री के दफ्तर में हर मंगलवार सुंदरकांड का पाठ हुआ करेगा. जय सनातन.”
एक फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा, “ब्रिटेन से बहुत शुभ समाचार आया है.”
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है. वायरल पोस्ट के साथ सुनक की जो तस्वीर है वो पिछले साल की है जब वो पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रचार कर रहे थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
पिछले दिनों श्रीरामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर कुछ राजनेताओं के बयानों के काफी विवाद हुआ है. अगर इसके किसी हिस्से के पाठ को ब्रिटेन के मंत्रियों के दफ्तर में अनिवार्य किया गया होता तो ये खबर यकीनन सुर्खियों में रही होती. लेकिन हमें किसी भी नेशनल या इंटरनेशनल मीडिया वेबसाइट में ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
ब्रिटेन के पीएम की आधिकारिक वेबसाइट पर भी ऐसे किसी फैसले की जानकारी नहीं दी गई है.
वायरल पोस्ट में मौजूद ऋषि सुनक की तस्वीर को जब हमने रिवर्स सर्च किया तो ये हमें साल 2022 की कुछ न्यूज रिपोर्ट्स में मिली. इनके मुताबिक पिछले साल अगस्त में ब्रिटेन के पीएम पद के लिए अपने प्रचार अभियान के दौरान सुनक, जन्माष्टमी के त्यौहार के मौके पर अपनी पत्नी अक्षिता के साथ लंदन के हरे कृष्णा मंदिर में दर्शन करने गए थे. ये तस्वीर वहीं की है.
भारतीय मूल के ऋषि सुनक पिछले साल अक्टूबर में ब्रिटेन के पीएम चुने गए थे. वो ब्रिटेन के इतिहास में पहले गैरश्वेत प्रधानमंत्री हैं.
फैक्ट चेक ब्यूरो