सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर को लेकर लोगों ने योग गुरू बाबा रामदेव की कड़ी आलोचना शुरू कर दी है. दावा किया जा रहा है कि स्वदेशी सामान के इस्तेमाल पर जोर देने वाले बाबा रामदेव ने खुद अपने घुटने का ऑपरेशन जर्मनी में करवाया है. वायरल फोटो किसी अस्पताल का लगता है जहां बाबा रामदेव के पास खड़े कुछ लोग उन्हें गिलास से कुछ पिलाते हुए नज़र आ रहे हैं.
फोटो से जुड़े कैप्शन में लिखा है-
'करो योग, रहो निरोग' योग गुरु रामदेव के घुटनों का जर्मनी में सफल ऑपरेशन! 'तुम स्वदेशी अपनाओ' ये आदमी ही कहता था ना… मूत्र पीने और गोबर खाने से फलां रोग ठीक होता है ढिमका रोग ठीक होता है? … खुद खाता नहीं दूसरों को खिलाता है.'
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि फोटो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये तस्वीर जून 2011 की है जब बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे थे और उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. खोजने पर पता चला कि ये भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी दिनों से वायरल हो रहा है.
फोटो को रिर्वस सर्च करने पर हमें जून 2011 में छपी The Hindu Business Line की एक खबर मिली जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. खबर के मुताबिक बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार से सख्त भ्रष्टाचार विरोधी कानून की मांग करते हुए नौ दिनों का अनशन किया था. बाबा रामदेव ने ये अनशन चार जून को हरिद्वार के एक आश्रम में शुरू किया था. अनशन के नौ दिनों बाद बाबा रामदेव की तबीयत बिगड़ने लगी थी जिसके बाद उन्हें देहरादून हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. इस दौरान श्री श्री रविशंकर और मोरारी बापू ने पानी पिलाकर बाबा रामदेव का अनशन तुड़वाया था. ये तस्वीर भी उसी समय की है.
इस बारे में हमारी बात बाबा रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला से भी हुई. उनका कहना था कि ये पोस्ट काफी दिनों से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है जो सरासर झूठ है. इस मामले में उन्होंने कुछ दिनों पहले एक ट्वीट भी किया था.
इसी तरह का एक पोस्ट 2018 में भी जमकर वायरल हुआ था, जिसमें दावा था कि बाबा रामदेव ने अपने घुटने का ऑपरेशन जर्मनी में करवाया है. उस समय कई मीडिया हाउस ने इस खबर का खंडन किया था.
अर्जुन डियोडिया