भारत में चुनावी हलचल एक बार फिर शुरू हो चुकी है. इस साल देश में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर 'आजतक' न्यूज वेबसाइट की एक खबर का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. इस स्क्रीनशॉट के जरिये दावा किया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने इन राज्यों के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. स्क्रीनशॉट में एक डेट शीट नजर आ रही है जिनमें इन राज्यों के लिए सीटों की संख्या, चरण और चुनाव की तारीखें लिखी हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. चुनाव आयोग ने अभी तक इन राज्यों के लिए मतदान की तारीखें घोषित नहीं की हैं. पोस्ट में दिख रही चुनाव की तारीखें साल 2011 की हैं जब इन राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे.
फेसबुक पर 'आजतक' के इस स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ जमकर शेयर किया जा रहा है. इन तारीखों को कई लोग सच मान रहे हैं, वहीं कुछ ने कमेंट सेक्शन में लिखा भी है कि ये पोस्ट फर्जी है. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई?
खोजने पर हमें इंटरनेट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें जिक्र हो कि चुनाव आयोग ने इन राज्यों के लिए मतदान की तारीखों की घोषणा कर दी है. अगर चुनाव आयोग ऐसा करता तो ये खबर हर जगह छाई रहती. इसके साथ ही भारत सरकार के प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) ने भी वायरल पोस्ट को गलत बताया है और कहा है कि चुनाव आयोग ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.
पड़ताल में ये भी सामने आया कि 'आजतक' के स्क्रीनशॉट में चुनाव की जो तारीखें दिख रही हैं वो दरअसल 2011 की हैं. चुनाव आयोग ने मार्च 2011 में पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सहित इन पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा की थी. इसी को लेकर उस समय 'आजतक' ने एक खबर प्रकाशित की थी. वायरल स्क्रीनशॉट इसी खबर में से लिया गया है.
इस तरह कह सकते हैं कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है. चुनाव की दस साल पुरानी तारीखों को अभी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है. जहां तक इस साल पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का सवाल है तो खबरों के अनुसार, चुनाव आयोग इस साल पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखें 15 फरवरी के बाद घोषित कर सकता है.
अर्जुन डियोडिया