फैक्ट चेक: बरेली हिंसा के बाद हुए पुलिस लाठीचार्ज से घायल बच्चे की मौत होने की बात है कोरी अफवाह

कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि पुलिस लाठीचार्ज में एक बच्चा घायल हो गया था जिसकी अब मौत हो गई है. फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम तक हर जगह ये दावा वायरल हो रहा है. लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि बरेली में हुई हालिया हिंसा के बाद हुए पुलिस लाठीचार्ज में किसी बच्चे की मौत होने का कोई सबूत सामने नहीं आया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
बरेली में हुई हालिया हिंसा के दौरान पुलिस लाठीचार्ज के दौरान एक बच्चा घायल हो गया था जिसकी अब मौत हो गई है.
सच्चाई
बरेली हिंसा में पुलिस लाठीचार्ज के चलते किसी बच्चे की मौत होने का कोई प्रमाण नहीं सामने आया है. बरेली पुलिस ने भी इस खबर को फर्जी बताया है.

फैक्ट चेक ब्यूरो

  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 8:50 PM IST

बरेली  में 26 सितंबर को 'आई लव मोहम्मद' मुहिम के समर्थन में निकाली गई रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जोरदार झड़प हो गई थी. इस मामले में अब तक 82 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. इनमें इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान भी शामिल हैं, जिन्हें पुलिस ने इस हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है.  

खबरों के मुताबिक, पुलिस ने आरोप लगाया है कि इस प्रदर्शन में बच्चों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया गया. अब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि पुलिस लाठीचार्ज में एक बच्चा घायल हो गया था जिसकी अब मौत हो गई है.

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फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम तक हर जगह ये दावा वायरल हो रहा है.

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि बरेली में हुई हालिया हिंसा के बाद हुए पुलिस लाठीचार्ज में किसी बच्चे की मौत होने का कोई सबूत सामने नहीं आया है.    

कैसे पता लगाई सच्चाई?  

इस दावे को शेयर तो खूब किया जा रहा है लेकिन किसी भी पोस्ट में बच्चे का नाम, उसकी उम्र या उसके परिवार के बारे में कुछ नहीं लिखा है. इसलिए इस बारे में पक्के तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है. लेकिन अगर बरेली हिंसा में घायल हुए किसी बच्चे की सचमुच मौत हुई होती तो इसके बारे में तमाम खबरें छपी होती.  हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली.

बरेली पुलिस ने इस बात खंडन किया है और लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की भ्रामक पोस्ट न करें.

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हमने इस बारे में बरेली के सर्कल ऑफिसर विजय राणा से बात की. उन्होंने हमें बताया कि किसी नाबालिग प्रदर्शनकारी की पुलिस लाठीचार्ज में मौत होने की बात पूरी तरह गलत है और अगर ऐसा होता तो बच्चे के परिवार के लोग सामने आते लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

हिंसा में पुलिस और प्रदर्शनकारी दोनों ही हुए थे चोटिल

नवभारत टाइम्स की 28 सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक, बरेली में लाठीचार्ज के बाद वहां के जिला अस्पताल में हल्के फ्रैक्चर, हाथ-पैर में सूजन, और पीठ दर्द जैसी समस्याओं वाले तमाम मरीज पहुंचे. हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से चोट की वजह नहीं बताई लेकिन स्टाफ ने अंदेशा जताया कि इन लोगों ये चोटें 'आई लव मोहम्मद' विवाद से संबंधित हालिया हिंसा और पुलिस एक्शन के दौरान आईं. खबरों के अनुसार, इस टकराव में 22 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे.  

बरेली हिंसा से जुड़ी कुछ वीडियो रिपोर्ट्स में प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ बच्चे भी दिख रहे हैं. हालांकि इस बारे में हम पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कह सकते कि प्रदर्शनकारियों से हुए पुलिस के टकराव के दौरान बच्चे घायल हुए या नहीं.  

लेकिन इस दौरान पुलिस लाठीचार्ज से किसी नाबालिग प्रदर्शनकारी की मौत हो जाने का कोई प्रमाण नहीं है.  

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