असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने एजेंडा आजतक 2025 में शिरकत की और तमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी. उनसे सवाल पूछा गया कि क्या हिमंत बिस्वा सरमा मुसलमानों को निशाना बनाते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'भारतीय मुसलमानों से मेरा कोई विवाद नहीं है, लेकिन असम में भारतीय मुसलमान बहुत कम हैं.' उन्होंने भारत सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि उसे मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाले बांग्लादेश को अपना मित्र देश नहीं मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत के पूर्वोत्तरी हिस्से को लेकर नापाक इरादे रखता है. पढ़ें एजेंडा आजतक कार्यक्रम में हिमंत बिस्वा सरमा के 10 बड़े बयान...
1. अभी मैं एक लाख रुपये दे दूं तो भी असम में एक बड़ा वर्ग मुझे वोट नहीं देगा. हमारे मियां मुसलमान (सीएम हिमंत घुसपैठियों को मियां मुसलमान कहते हैं) लोग. अगर मैं एक लाख भी दूं और वे मुझे कहें कि सीएम साहब बहुत अच्छे हैं, फिर भी वे वोट नहीं देंगे. एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि आपने इतनी मदद की है कि जरूरत पड़े तो मैं अपनी किडनी भी दे दूंगा, लेकिन आपको वोट नहीं दूंगा.
2. वोट केवल किसी स्कीम या सरकारी सहायता पर आधारित नहीं होते, बल्कि विचारधारा के कारण पड़ते हैं. वोट एक आइडियोलॉजी के लिए होते हैं. मैं किसी को दोष नहीं देता. यह बहुत साधारण सोच है कि स्कीम देने से वोट मिल जाएंगे. सरकार में हैं तो जनता के लिए स्कीम लाना जरूरी है, लेकिन यह मान लेना कि सिर्फ इसी से वोट मिल जाएगा गलत आकलन है.
3. मैं मियां मुसलमानों के लिए बहुत ज्यादा अच्छा काम नहीं करता. खुल्लम-खुल्ला कह रहा हूं. वे लोग हमारे फॉरेस्ट की जमीन कब्जा करके रखते हैं, तो मुझे उसे खाली कराना पड़ेगा. मुख्यमंत्री हूं. यह मेरी जिम्मेदारी है. अगर मैं यह सब काम करता हूं, तो वे मुझे कैसे वोट देंगे? हां, पहले 10 साल तक इसे चलने दीजिए. दस साल तक सजा मिलेगी. इसके बाद यही लोग बीजेपी को वोट देने लगेंगे. ये जो एलिमेंट्स हैं, दस साल बाद में न्यूट्रलाइज हो जाएंगे.
4. बिहार में जो जीत हुई उसका कारण नीतीश कुमार का सुशासन और पीएम मोदी का नेतृत्व है. ये जरूर है कि उस जीत में 10 हजार (मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना) भी एक एलिमेंट होगा, लेकिन हर किसी को तो 10 हजार रुपये नहीं मिले. और जितने लोगों को मिले, हमें उससे दोगुना वोट मिला. तो बाकी लोगों ने हमें क्यों वोट दिया? मुझे लगता है कि दस हजार से हमारे जो वोटर हैं, वे उत्साहित होकर वोट देंगे. लेकिन अगर दस हजार के कारण ही चुनाव जीता जाता तो मुसलमान लोग भी हमें वोट देते.
5. दिल्ली जैसी उदारवादी सोच मैं गुवाहाटी में नहीं रख सकता हूं, क्योंकि हमारा राज्य बांग्लादेश से अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर साझा करता है. असम जनसांख्यिकीय बदलाव (Demographic Change) से गुजर रहा है. पहले हमारी डेमोग्राफी में 90% हिंदू थे और 10 प्रतिशत मुसलमान थे, पर आज राज्य में 40 प्रतिशत मुसलमान हैं और 60 प्रतिशत हिंदू हैं. इस स्थिति में आपके सोचने का तरीका भी भी थोड़ा उल्टा हो जाएगा. अगर ऐसी स्थिति रहेगी तो हम एक दिन खत्म हो जाएंगे.
6. बहुविवाह करने वालों को जेल भेजना भी मेरा दायित्व है. ये भावनात्मक रूप से बहुत परेशान करता है. सरकार ने इसलिए कानून बनाया है. इसमें एक बीवी के रहते दूसरी शादी करने वाले पुरुषों को 10 साल तक जेल की सजा का प्रावधान है. मोदी सरकार में सब कुछ समान हो जाएगा- जमीन पर कब्जा नहीं होगा, सब एक शादी करेंगे, बेटियों को संपत्ति का अधिकार मिलेगा.
7. बांग्लादेश और उसके नेताओं ने हाल ही में स्पष्ट रूप से कहना शुरू कर दिया है कि भारत का पूर्वोत्तर बांग्लादेश का हिस्सा होना चाहिए. आपने गौर किया होगा कि जब कई विदेशी नेता ढाका आए, तो उनकी सरकार के अंतरिम सलाहकार, मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश का एक नक्शा प्रस्तुत किया जिसमें भारत के पूर्वोत्तरी क्षेत्र को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया था. यूनुस के नेतृत्व वाले बांग्लादेश को भारत अपना मित्र देश नहीं मान सकता.
8. शेख हसीना की सरकार गिरने और मोहम्मद यूनुस के सत्ता में आने के बाद से, बांग्लादेश में भारत विरोधी प्रोपगेंडा को गति मिली है, जिसमें इस बात पर विशेष जोर दिया गया है कि भारत का पूर्वोत्तरी हिस्सा उनका है. उन्होंने अपना दांव बढ़ा दिया है. हमको सतर्क रहना होगा. पूर्वोत्तर के संबंध में उनके इरादे नापाक हैं. स्पष्ट है, जब आप भारत के साथ नहीं हैं, तो आप पाकिस्तान के साथ हैं.
9. सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में उनके परिवार को न्याय मिलेगा. एसआईटी अपनी चार्जशीट दाखिल करेगी और अदालत इसकी जांच करेगी. इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसे अपने किए की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. इस मामले में अब पुलिस का काम समाप्त हो गया है, अब अदालत का काम शुरू हुआ है. मुझे विश्वास है कि अदालत निश्चित रूप से सिंगर और उनकी फैमिली को न्याय दिलाएगी.
10. मैं राहुल गांधी को जानता हूं. इस लिए मैं उन्हें महत्व नहीं देता. मैं हमेशा भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जब भी चुनाव हो तो वह (राहुल गांधी) मेरे प्रदेश में दो-चार महीने के लिए आ जाएं. जो लोग कांग्रेस को वोट देने वाले होंगे, वे भी हमें वोट दे देंगे. राहुल गांधी हमारे लिए स्टार कैम्पेनर हैं. उन्हें घूमते रहना चाहिए. बिहार में तेजस्वी यादव अपने दम पर कुछ तो अच्छा करते, लेकिन राहुल गांधी वहां पहुंचे और महागठबंधन को जो भी सीटें मिलती थीं, नहीं मिलीं.
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