सिद्धार्थ शुक्ला ने अपनी एक्टिंग की शुरुआत टीवी शो 'बाबुल का आंगन छूटे न' से की थी. सिद्धार्थ के लिए टेलीविजन इंडस्ट्री का कल्चर काफी नया था. ऐसे में वे अपनी कंफ्यूजन दूर करने के लिए हमेशा अपनी ऑनस्क्रीन मॉम नवनी परिहार की मदद लिया करते थे.
नवनी सिद्धार्थ की मौत की खबर से टूट चुकी हैं, उन्हें अपनी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका ऑनस्क्रीन बेटा अब उनके बीच नहीं रहा. आजतक से बातचीत के दौरान नवनी ने सेट पर सिद्धार्थ से जुड़े कई किस्से सुनाती हैं.
Sidharth Shukla की मौत के बाद टूट चुकी हैं उनकी मां, राखी सावंत ने बताया हाल
आखिरी बार देखने की हिम्मत नहीं थी
नवनी ने बताया, सिद्धार्थ और मैंने 2008 में सीरियल में साथ काम किया था. शो खत्म होने के बाद भी हम टच में थे. उसका जब भी शो आता या कुछ अवॉर्ड जीतता, तो अक्सर हमारी बात हो जाती थी. लॉकडाउन में अपने पति की तबीयत को लेकर मैं थोड़ी व्यस्त हो गई थी. यही वजह है पिछले एक साल से बात नहीं हो पाई थी. कभी सोचा नहीं था कि उसकी ऐसी खबर आएगी. मुझे लोग कह रहे थे कि मैं उसे आखिरी बार देख लूं लेकिन मेरी हिम्मत ही नहीं पड़ रही थी. मैं उसे ऐसे जाता हुआ नहीं देख सकती थी.
कहता था, आप मुझे संभाल लेना
उसका पहला शो था. वो मॉडलिंग की दुनिया से आया था. उसे शो या टीवी कल्चर का अंदाजा नहीं था. सीरियल पर सेट का खाना और तौर-तरीका थोड़ा अलग होता है. वो ये सब देखकर परेशान हो जाता था. उसे लॉन्ग वर्किंग हावर नहीं समझ आते थे. कोई छोटा बच्चा नहीं होता था, ठीक वैसे वो मेरे पास आता था. कंपलेन करता था कि आप देखो न, मुझे नहीं समझ आता,मैं नया हूं न, आप मुझे संभाल लेना. मैं कभी कुछ गलत करूं, तो मुझे बता देना. वो डायलॉग बोलते समय अगर लाइनें भूल जाता था, तो जोर-जोर से हंसने लगता था. मैंने इसके लिए उसे कई बार डांट भी लगाई है. सेट पर मम्मी कहकर ही बुलाता था.
बिग बॉस देखकर लगा, मेरा बच्चा मेच्यॉर हो गया
एक छोटे बच्चों की शैतानियां उसमें भरी थी. वो कभी किसी के बाल खींच दे, किसी के पल्लू को पकड़कर पीछे पकड़ता हुआ चले. सेट पर बिलकुल बच्चों की तरह था. जब मैंने उसे बिग बॉस में देखा, तो लगा कि कितना बड़ा और मेच्यॉर हो गया. लोगों ने उसे गुस्सैल और एरोगेंट कहते थे, लेकिन मैं यह कहूंगी कि वो डिप्लोमैट नहीं था. जो कुछ भी दिल में है, वो उसके जुबां पर भी होती थी. वो अपने हक के लिए हमेशा लड़ता था.
अपनी पहली कार से राइड पर लेकर गया था
सेट पर वो अक्सर कहता था कि मैं तो मर्सडीज लूंगा. उसने खरीद भी लिया, तो हम लोगों को वो राइड पर लेकर गया. वो अपनी पहली गाड़ी को लेकर बहुत एक्साइटेड था. रास्ते में कहीं भी दिखेगा , तो वो गाड़ी से उतरकर मिलता है. बहुत सी यादें जुड़ी हैं. टीवी पर उसकी मां निभाने के बाद मैं इतना परेशान हो रही हूं, तो मां का क्या हाल होता होगा. मेरा दिल रोता है उनकी स्थिती सोचकर. मैं थोड़े दिन में उनसे मिलने जरूर जाऊंगी.
नेहा वर्मा