'अडल्ट शो था भाबीजी घर पर हैं', खुद आसिफ शेख ने माना, ऐसे बदले डबल मीनिंग जोक्स

टीवी शो 'भाबीजी घर पर हैं' की शुरुआत एक अडल्ट कॉमेडी के रूप में हुई थी, जिसमें डबल मीनिंग जोक्स शामिल थे. आसिफ शेख ने एक इंटरव्यू में बताया कि शो का मेन फोकस अब परिवार और सभी उम्र के दर्शकों के लिए है. यह शो 10 सालों से टीवी पर है और दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है.

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अडल्ट शो के तौर पर शुरू हुआ था 'भाबीजी घर पर हैं': आसिफ शेख (Photo: Instagram/@iaasifsheikhofficial) अडल्ट शो के तौर पर शुरू हुआ था 'भाबीजी घर पर हैं': आसिफ शेख (Photo: Instagram/@iaasifsheikhofficial)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:15 PM IST

टीवी शो 'भाबीजी घर पर हैं' को दर्शक खूब पसंद करते हैं. इस कॉमेडी शो में विभूति नारायण मिश्रा उर्फ विभु का किरदार निभाने वाले एक्टर आसिफ शेख घर-घर में फेमस हैं. शुरुआत में 'भाबीजी घर पर हैं' काफी अलग शो हुआ करता था. आज हर घर में फैमिली शो बन चुके इस सिटकॉम में पहले डबल मीनिंग जोक्स भी खूब हुआ करते थे. हालांकि अब ये कम हो गया है. अपने नए इंटरव्यू में आसिफ शेख ने इसके पीछे की वजह बताई.

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हिंदी रश से बातचीत में आसिफ शेख ने बताया कि इस शो में डबल मीनिंग जोक्स हुआ करते थे. इसे वैसे ही जोक्स पसंद करने वाली ऑडियंस के लिए बनाया गया था. 'भाबीजी घर पर हैं' में सक्सेना जी का रोल निभाने वाले एक्टर सानंद वर्मा ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि उनके शो में कोई डबल मीनिंग जोक नहीं होते हैं. सानंद का कहना था कि ऑडियंस इस शो को इतना पसंद करती है. अगर इसमें कोई डबल मीनिंग जोक होते तो जनता इसे रिजेक्ट कर देती. ये शो 10 सालों से चल रहा है.

अडल्ट शो के रूप में शुरू हुआ था शो

आसिफ ने इसपर कहा, 'देखिए ये शो, एक अडल्ट शो के रूप में शुरू हुआ था. उस कॉन्सेप्ट के साथ ही शुरू किया था हम लोगों ने. शुरुआत में, जो एपिसोड हैं, उनमें हमारे कुछ ऐसे ही पल हैं. लेकिन धीरे-धीरे जब बच्चों ने देखना शुरू किया, तो हमने उस चीज को दबा दिया. हां, बिल्कुल हमें समझ आया कि ये सही नहीं है, तो हमने उसे नीचे दबाया. अभी भी बीच-बीच में आ जाते हैं ऐसे एपिसोड. लेकिन हमारा मेन फोकस उसपर नहीं रहता है.'

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उन्होंने आगे कहा, 'अब क्या है कि एक ऑडियंस है, जो उस तरह की चीजें एन्जॉय करती है. तो हम उसको टच करके निकल जाते हैं. हम उसपर जोर नहीं देते हैं. हम लोग टच करके निकल जाते हैं, जिसको समझना है, समझे. नहीं समझना, न समझे. ये कहना कि नहीं (डबल मीनिंग चीजें) है, गलत है. जरूर है. ये (शो) मैच्योर ऑडियंस के लिए था. बच्चों के लिए ये शो था भी नहीं. शनिवार, साढ़े 10 बजे का स्लॉट हमने, शुरुआत में इसलिए लिया था कि थोड़ा-सा मैच्योर कॉन्सेप्ट था. कॉन्सेप्ट भी देखिए न कि एक दूसरे की बीवी पर लाइन मार रहा है, एक दूसरे की बीवी पर. कॉन्सेप्ट ही अपने आप में थोड़ा-सा वो है. लेकिन हमने कोशिश की कि हम उसको ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर न दिखाएं.'

सिटकॉम 'भाबीजी घर पर हैं' की शुरुआत मार्च 2015 में हुई थी. इसे टीवी पर आते हुए 10 साल हो गए हैं. इसमें आसिफ शेख के साथ-साथ रोहिताश गौड़, शुभांगी अत्रे और विदिशा श्रीवास्तव काम कर रही हैं.

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