रियलिस्टिक फिल्मों के लिए मशहूर डायरेक्टर मधुर भंडारकर की आने वाली फिल्म 'इंदू सरकार' रिलीज के पहले ही विवादों में घिर गई है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि इस फिल्म के जरिए कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. अब सेंसर बोर्ड ने कुछ कट के साथ इस फिल्म को पास कर दिया है.
मधुर भंडारकर ने ट्वीट करके ये जानकारी दी. उन्होंने लिखा, 'CBFC की रिवाइजिंग कमेटी का शुक्रिया. इंदु सरकार को कुछ कट के साथ क्लीयर कर दिया गया है, 28 जुलाई को सिनेमाघर में देखिएगा.
हाल ही में संजय गांधी को अपना पिता कहने वाली प्रिया सिंह पॉल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इस फिल्म की रिलीज पर रोक की अपील की है. प्रिया का कहना है कि फिल्म के ट्रेलर में संजय गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गलत इमेज को दिखाया गया है.
इंदु सरकार तो ठीक है लेकिन क्या 2002 के गुजरात दंगों पर भी बनेगी फिल्म
सेंसर बोर्ड ने 4 कट के बाद फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दे दिया है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सीबीएफसी चीफ पहलाज निहालानी को चिट्ठी लिख सेंसर होने से पहले फिल्म को देखने की इच्छा जताई थी. गौरतलब है कि फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद से ही फिल्म को देशभर में काफी विरोध झेलना पड़ रहा है. ये विरोध इतना ज्यादा है कि लीगल नोटिस से लेकर, पुतला फूंकने तक मधुर भंडारकर को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
इंदु सरकार की रिलीज पर संकट, फिल्म को बैन करने के लिए पुणे में याचिका दायर
बता दें कि 16 जुलाई को फिल्म की प्रमोशन के लिए पूरी स्टारकास्ट पुणे पहुंची थी लेकिन स्टारकास्ट के वहां पहुंचने से पहले ही कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. वह मधुर भंडारकर से मिलने की बात करने लगे जिसके बाद सुरक्षा कारणों से प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया.
दीपिका शर्मा