ऋषभ शेट्टी और उनकी नई फिल्म 'कांतारा चैप्टर 1' के मेकर्स के लिए ये हफ्ता बिल्कुल परफेक्ट जा रहा है. सोमवार को फिल्म का ट्रेलर आया, जिसे देखने के बाद दर्शक उसी तरह उत्साहित हैं, जैसे पहली फिल्म देखने के बाद थे. फिल्म के विजुअल्स, म्यूजिक और ऋषभ के काम की खूब चर्चा हो रही है.
'कांतारा चैप्टर 1' 2 अक्टूबर को रिलीज होनी है. रिलीज से सिर्फ 10 दिन पहले शुरू हुए प्रमोशनल कैम्पेन को जैसा तगड़ा रिस्पॉन्स मिलना चाहिए था, वैसा ही मिल रहा है. फिल्म के लिए जनता एक्साइटेड है और मेकर्स को इससे तगड़ी कमाई की उम्मीदें बंध रही होंगी. मगर अब एक और ऐसा डेवलपमेंट हुआ है, जिससे मेकर्स को फिल्म की कमाई बढ़ने की खुशबू आने लगेगी. इस डेवलपमेंट की वजह बना है कोर्ट का एक फैसला.
कोर्ट ने कर्नाटक में 200 रुपये के फिल्म टिकट पर लगाया स्टे
12 सितंबर को कर्नाटक सरकार ने, राज्य में फिल्म टिकटों की कीमत को लेकर नया रेगुलेशन लागू किया था. इसमें ये नियम बनाया गया कि कर्नाटक के थिएटर्स में फिल्म टिकट की अधिकतम कीमत 200 रुपये (बिना टैक्स) से ज्यादा नहीं हो सकती. इस नियम में एक छूट ये थी कि 75 या उससे कम सीटों वाले प्रीमियम मल्टीप्लेक्स थिएटर्स पर 200 रुपये का कैप नहीं लागू होगा. इस फैसले की वजह ये बताती गई थी कि सिनेमा को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचाया जा सके.
जुलाई में कर्नाटक सरकार ने इस नियम का पहला ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसपर 15 दिन के अंदर सुझाव और आपत्तियां मांगी गई थीं. ये पहली बार नहीं है जब कर्नाटक सरकार ने टिकटों के दाम पर इस तरह लिमिट लगाने की कोशिश की है. राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने, 2017 में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान भी टिकटों के रेट 200 तक फिक्स करने की कोशिश की थी. मगर तब मल्टीप्लेक्स मालिकों ने रेवेन्यू घटने की चिंता के साथ कर्नाटक हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. कोर्ट ने तब सरकार का फैसला पलट दिया था.
इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और इस फैसले से प्रभावित होने वाले दूसरे पक्षों ने फिर से हाईकोर्ट का रुख किया. 'कांतारा चैप्टर 1' के मेकर्स होम्बाले फिल्म्स भी इसमें से एक थे. लाइव लॉ की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को हाईकोर्ट ने सरकार के आदेश पर स्टे लगा दिया है. यानी इस मामले में फैसला होने तक फिलहाल थिएटर मालिक ही अपने यहां चलने वाली फिल्मों के रेट तय कर सकते हैं. कोर्ट के इस फैसले का बड़ा फायदा, कन्नड़ इंडस्ट्री की बड़ी फिल्म 'कांतारा चैप्टर 1' को होने वाला है.
ऋषभ शेट्टी की फिल्म को कैसे होगा फायदा?
फिल्म ट्रेड का सीधा सा गणित है- टिकट का रेट जितना ज्यादा होगा, फिल्म के प्रोड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर्स को प्रति टिकट उतना ही मुनाफा होगा. यानी एक बराबर टिकट बिकने पर, 200 रुपये के टिकट के मुकाबले, 300 रुपये के टिकट पर ज्यादा मुनाफा होगा. हालांकि, टिकट सस्ता होने से फिल्मों के दर्शक बढ़ते हैं यानी फुटफॉल बढ़ता है, जिससे मुनाफा बढ़ाता है. मगर ये गणित तभी काम करता है जब जनता में फिल्म की डिमांड तगड़ी हो.
'कांतारा चैप्टर 1' का इंतजार जनता लंबे समय से कर रही है. इसका ट्रेलर हाल ही में आया है, जिसपर जनता का रिस्पॉन्स बता रहा है कि रिव्यू वगैरह कैसे भी हों, थिएटर्स में भीड़ तो जुटने वाली है. जब फिल्म के लिए एक्साइटमेंट इस तरह की हो, तो टिकट के रेट बहुत ज्यादा मायने नहीं रखते.
कर्नाटक से चलने वाली कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के लिहाज से 'कांतारा चैप्टर 1' बड़े बजट की फिल्म है. जहां 'कांतारा' का बजट 16 करोड़ था, वहीं नई फिल्म का बजट करीब 125 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. वैसे तो ये फिल्म पांच अलग-अलग भाषाओं में रिलीज होनी है. मगर अपनी घरेलू ऑडियंस के भरोसे ही हिट हो जाना किसी भी फिल्ममेकर की एक चाह होती ही है.
कोर्ट के फैसले के बाद अब 'कांतारा चैप्टर 1' के टिकट के दाम थिएटर्स खुद तय करेंगे. जाहिर सी बात है कि नजर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने पर रहेगी. और जितनी कमाई 200 रुपये के टिकट से होती, अब उससे ज्यादा ही होगी. 2 अक्टूबर को 'कांतारा चैप्टर 1' थिएटर्स में रिलीज होगी और नजरें इस बात पर रहेगी कि टिकटों के दाम पर आए कोर्ट के फैसले से फिल्म को कितना फायदा होता है.
सुबोध मिश्रा